
'हमारी शादी आज होती, तो पता नहीं क्या होता' इंटरफेथ मैरेज पर बोलीं रत्ना पाठक
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एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह ने अपने पति नसीरुद्दीन शाह संग हुई शादी पर कुछ बातें कही हैं. उनका कहना है कि अगल धर्म से होने के बावजूद उनकी शादी में कोई परेशानी नहीं आई. हालांकि आज के समय में ये बात कुछ और होती.
'गोलमाल 3', 'साराभाई वर्सेज साराभाई' जैसे आइकॉनिक प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहीं एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह अपनी बातें अक्सर खुलकर सामने रखती आई हैं. वो फिल्म इंडस्ट्री में अपनी बातें बेबाक तरीके से बोलने के लिए जानी जाती हैं. हाल ही में रत्ना पाठक ने अपने पति नसीरुद्दीन शाह संग हुई इंटरफेथ मैरेज पर खुलकर बात की है.
नसीरुद्दीन शाह संग शादी पर क्या बोलीं रत्ना पाठक?
रत्ना पाठक और नसीरुद्दीन शाह पिछले 40 सालों से एकसाथ है. दोनों दो बेटों के माता-पिता भी हैं. अलग धर्म से होने के बावजूद उनकी शादी आज भी सफलतापूर्वक चल रही है. कपल कई बार अपनी एक जैसी सोच से लोगों को हैरान करता आया है. अब रत्ना पाठक ने नसीरुद्दीन शाह संग अपनी सक्सेसफुल मैरेज का राज खोला है. उनका कहना है कि वो शुरुआत से साथ रहना चाहते थे. उनकी शादी में कभी कोई परेशानी इसलिए नहीं आई क्योंकि उनका परिवार काफी सपोर्टिव था.
रत्ना पाठक ने एक यूट्यूब चैनल पर अपनी शादी के लिए कहा, 'सीधे शब्दों में कहा जाए तो शादीशुदा जिंदगी जीने की चाहत और दोस्ती. एक जैसी पसंद मददगार होती हैं. कम से कम मेरे केस में मैंने देखा है कि ये तीनों ही अहम रहे हैं. हम साथ रहना चाहते थे, बहुत ज्यादा. थिएटर और फिल्मों के बारे में हम दोनों की सोच एक जैसी थी.हमें ज्यादा विरोध का सामना नहीं करना पड़ा. लोग इधर-उधर थोड़ा-बहुत शोर मचाते थे.'
'आज की तरह नहीं. मुझे नहीं पता अगर आज हम शादी कर लें तो क्या होगा. शायद हमें इसकी इजाजत नहीं मिलेगी. लेकिन उन दिनों ये बहुत आसान था. हम दोनों में से कोई भी खास धार्मिक नहीं है, इसलिए हम ये फैसला आसानी से ले पाए. नसीर की ये बात भी मददगार रही कि अपने रिश्ते को कोई नाम देने की कोशिश नहीं करते हैं. क्या ये पति-पत्नी, लवर, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड, कुछ भी होना जरूरी है? देखते हैं हम कहां तक पहुंचते हैं.'
किस बात पर होता है रत्ना पाठक-नसीरुद्दीन शाह का झगड़ा?

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












