
शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह पर हुआ था विवाद, पिता पंकज कपूर ने किया सपोर्ट
AajTak
पंकज कपूर ने बेटे शाहिद कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म कबीर सिंह को लेकर बात की. उन्होंने न सिर्फ फिल्म का बचाव किया बल्कि ये तक कहा कि फिल्म समाज की सच्चाई दिखाती है.
बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की फिल्म 'कबीर सिंह' साल 2019 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को लेकर विवाद तो काफी हुआ लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. वहीं अब इस पर शाहिद कपूर के पिता और दिग्गज एक्टर पंकज कपूर ने बात की है.
दरअसल पंकज कपूर ने फिल्म कबीर सिंह का बचाव करते हुए कहा कि यह सिर्फ उस हकीकत को दिखाती है, जो पहले से ही समाज में मौजूद है और यह एक टॉक्सिक मस्कुलैनिटी का महिमामंडन नहीं करती.
पंकज कपूर ने क्या कहा? हाल ही में द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में पंकज कपूर ने अपने बेटे शाहिद कपूर की अब तक की फिल्म जर्नी पर खुलकर बात की. उन्होंने हैदर, फर्जी और कबीर सिंह जैसी फिल्मों में उनके काम की तारीफ की. साथ ही यह भी बताया कि शाहिद ने कैसे अपने अंदर छिपी एक्टिंग को निखारा है.
पंकज ने कबीर सिंह का बचाव किया पंकज कपूर ने फिल्म कबीर सिंह के बारे में बचाव करते हुए कहा, 'शाहिद ने फिल्म 'कबीर सिंह' में भी अच्छा काम किया है. यह ठीक है क्योंकि समाज में टॉक्सिक मस्कुलैनिटी मौजूद है. सिर्फ इसलिए कि कोई फिल्म इसे चित्रित करती है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह इसका महिमामंडन कर रही है. यह हमारे अपने दृष्टिकोण के बारे में ज्यादा है. फिल्में दुनिया को वैसा ही दिखाती हैं जैसा वह है, न कि जैसा हम चाहते हैं.'
'कबीर सिंह ने एक दोषपूर्ण व्यक्ति को चित्रित किया है, जो कहानी को आकर्षक बनाता है.' उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सिनेमाई कहानी कहने का मकसद अक्सर इंसानी जटिलताओं पर जरूरी बहस छेड़ना होता है.'
किस फिल्म से उभरे शाहिद कपूर? शाहिद की एक्टिंग जर्नी पर बात करते हुए पंकज कपूर ने बताया कि उनके बेटे की असली क्षमता 2014 में विशाल भारद्वाज की फिल्म हैदर से उभरी. उन्होंने आगे कहा, 'काफी समय से मैं उसे और दूसरों को यही बताता रहा हूं कि उसकी ताकत ड्रामा में है. जिसे पूरी तरह से निखारा नहीं गया था. तब तक, उसे ज्यादातर प्यारे लड़के वाले किरदार ही मिलते थे. विशाल भारद्वाज ने उस क्षमता को उजागर किया. इन फिल्मों ने शाहिद को एक एक्टर के रूप में गढ़ने में अहम भूमिका निभाई. शाहिद अब यह भी समझने लगे थे कि उन्हें कौन से प्रोजेक्ट लेने हैं. उन्होंने हैदर और फर्जी में भी शानदार एक्टिंग की.'

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.

सेलेब्रिटी कॉस्ट्यूम डिजाइनर एश्ले रेबेलो ने ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर होने वाली ट्रोलिंग को गलत बताया. उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या एक ग्लोबल स्टार हैं और उन्हें अच्छे से पता है कि उन्हें क्या पहनना है. वहीं सलमान के बारे में उन्होंने कहा कि एक्टर सिर्फ अपनी सहूलियत पसंद करते हैं और बेहद अच्छे इंसान हैं.









