
वो पांच बड़े मुकदमे जिनपर इस हफ्ते फैसला सुनाएगा SC, CJI चंद्रचूड़ ने की है सुनवाई
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एक बड़ा मामला लाइट मोटर व्हीकल यानी एलएमवी लाइसेंस धारकों से जुड़ा है. सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संविधान पीठ इस कानूनी सवाल पर अपना फैसला सुनाएगी कि क्या लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) लाइसेंस धारक चालक 7,500 किलोग्राम तक के वजन वाले परिवहन वाहन चलाने का अधिकार है या नहीं है. इस मुद्दे पर सीजेआई की अगुवाई वाली पीठ ने 21 अगस्त को सुनवाई पूरी करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रखा था.
इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के समक्ष सुने गए पांच बड़े मुकदमों के निर्णय आने वाले हैं. इन सभी मुकदमों में संविधान पीठ की अगुआई खुद चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने की है. जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं. लिहाजा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे और राष्ट्रीय चरित्र की दलीलों पर भी निर्णय आना है. इसके अलावा अन्य बड़े मुकदमों में मदरसा कानून, सरकारी सेवाओं ने भर्ती के बाद नियमों में होने वाले बदलाव का असर, मोटर व्हीकल लाइसेंस को लेकर उठे सवाल, संपत्ति में बंटवारे के नियमों में बदलाव की गुहार वाले मामले भी सम्मिलित हैं.
भर्ती के बाद नियमों में बदलाव का मामला
सरकारी सेवाओं में भर्ती हो जाने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में बदलाव के असर पर सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संविधान पीठ इस कानूनी सवाल पर अपना फैसला सुनाएगी कि क्या भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद नियमों और शर्तों में बदलाव हो सकता है? अगर होता है तो उसका असर कब, कैसे और कहां-कहां होगा? इस मामले में संविधान पीठ ने 23 जुलाई को सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. यह कानूनी सवाल राजस्थान हाईकोर्ट में अनुवादकों की नियुक्ति से उठा था.
एलएमवी लाइसेंस धारकों से जुड़ा केस
एक और बड़ा मामला लाइट मोटर व्हीकल यानी एलएमवी लाइसेंस धारकों से जुड़ा है. सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संविधान पीठ इस कानूनी सवाल पर अपना फैसला सुनाएगी कि क्या लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) लाइसेंस धारक चालक 7,500 किलोग्राम तक के वजन वाले परिवहन वाहन चलाने का अधिकार है या नहीं है. इस मुद्दे पर सीजेआई की अगुवाई वाली पीठ ने 21 अगस्त को सुनवाई पूरी करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रखा था.
संपत्ति वितरण पर संवैधानिक अधिकारों से जुड़े मामले पर आएगा फैसला

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