लड़की को ऑनलाइन देखने के लिए उड़ाए करोड़ों रुपये, परिवार ने रोका तो खेला खूनी खेल
AajTak
कहानी फ्लोरिडा के एक 29 वर्षीय लड़के की. जिसने ऑनलाइल वेबकैम ऐप के जरिए मिली एक लड़की की खातिर अपने भाई और माता पिता की बेरहमी से हत्या कर डाली. आखिर क्यों उसने ये कदम उठाया? चलिए जानते हैं अमेरिका की इस सच्ची घटना के बारे में विस्तार से...
अमेरिका के फ्लोरिडा में मार्गारेट अमाटो (Margaret Amato) अपनी बीवी चाड अमाटो (Chad Amato) और तीन बच्चों के साथ रहते थे. इनमें से दो बच्चे कोडी और ग्रांट अमाटो सगे भाई थे. दोनों जुड़वा भाई थे. उनका जन्म 20 मई 1989 को हुआ था. जबकि, जेसन अमाटो उनका सौतेला भाई था. जेसन मार्गरेट की पहली बीवी की संतान थी. लेकिन जब मार्गरेट और चाड ने शादी की थी तो उस समय जेसन सिर्फ तीन साल का था. इसलिए वह चाड को ही अपनी सगी मां समझता था.
Daily Mail के मुताबिक, पूरा परिवार हंसी खुशी अपनी जिंदगी बिता रहा था. परिवार के पास पैसों की कोई कमी नहीं थी. मार्गरेट और चाड दोनों ही अच्छी खासी नौकरी करते थे. जैसे-जैसे बच्चे बड़े हुए तो अब माता-पिता ने सोचा कि उनके तीनों बेटे अब कोई नौकरी करके सेटल हो जाएंगे. जेसन ने तो 19 साल का होते ही घर छोड़ दिया और कहीं नौकरी करके शादी की और सेटल हो गया. वहीं, कोडी और ग्रांट डॉक्टर बनना चाहते थे. इसलिए पढ़ाई करके दोनों एनेस्थिसियोलॉजिस्ट बन गए. लेकिन दोनों ही नौकरी नहीं करते थे.
दिन भर दोनों भाई साथ घूमते-फिरते और ऐश करते. माता-पिता ने उन्हें काफी समझाया कि वे नौकरी करके सेटल हो जाएं. लेकिन दोनों ही माता-पिता की बात को सीरियसली नहीं लेते. लेकिन बीच में ही कोडी को एक जगह नौकरी मिल गई और वह जॉब पर जाने लगा. वहीं, ग्रांट अभी भी बेरोजगार था. लेकिन उसे नौकरी न करने का कोई मलाल नहीं था. क्योंकि माता-पिता और भाई से उसे हमेशा पैसे मिल ही जाते थे. अब उसने बाहर घूमना-फिरना भी बंद कर दिया. वह पूरा दिन घर में ही रहता. उसका न कोई दोस्त था और न ही गर्लफ्रेंड. वह घर में अकेले रहकर ऐसा बन गया था कि वह अब बाहर के किसी भी शख्स से बात तक नहीं करता. घर में अगर कोई मेहमान आ भी जाए तो उसे काफी गुस्सा आता.
अस्पताल से चुराता था दवाइयां वह सिर्फ माता-पिता और कोडी से ही बात करता. सौतेला भाई जेसन कभी घर आ जाए तो उससे भी बात करता. लेकिन बाहर का कोई भी शख्स उसे पसंद नहीं था. उसकी इन हरकतों से अब माता-पिता काफी हद तक परेशान हो गए थे. फिर उन्होंने उसे कह ही दिया कि अब तुन्हें हम पैसा नहीं देंगे. तुन्हें खुद पैसा कमाना होगा. माता-पिता की बातों का थोड़ा असर उसे हुआ और उसने पास ही एक अस्पताल में नर्स की नौकरी शुरू कर दी. बात तब बिगड़ी जब जून 2018 में उस अस्पताल के एक कर्मचारी ने पुलिस में कंप्लेंट दर्ज करवाई की ग्रांड उनके अस्पताल से महंगी दवाइयां चुराकर ले जाता है. पुलिस ने इस बात के लिए ग्रांट को गिरफ्तार कर लिया. किसी तरह ग्रांट के पिता ने उसे पुलिस से छुड़वा लिया. लेकिन अब ग्रांट की नौकरी जा चुकी थी. फिर से वह घर में पहले की तरह की पड़ा रहता.
भाई और उसके दोस्त के साथ गया जापान घूमने फिर दिसंबर 2018 में कोडी ने सोचा कि क्यों न ग्रांट को घुमाने ले जाया जाए ताकि उसका मन खुश हो जाए और वह फिर से कोई नौकरी कर ले. इसके बाद कोडी और उसका दोस्त ग्रांट के साथ जापान घूमने गए. ट्रिप काफी अच्छा रहा लेकिन जैसे ही वे घर लौटे तो ग्रांट ने महसूस किया कि अब उसके पिता काफी गुस्से में हैं. उन्होंने इस बार साफ कह दिया कि हम तुम्हें अब पॉकेट मनी नहीं दे सकते. तुम खुद नौकरी ढूंढो क्योंकि अब तुम्हारी उम्र भी काफी हो गई है. दरअसल, उस समय ग्रांट 29 साल का हो चुका था. लेकिन नौकरी नहीं कर रहा था. पिता की बातों का असर तब भी ग्रांट पर नहीं हुआ. वह घर में बैठकर वीडियो गेम खेलता या सोशल मीडिया पर टाइम व्यतीत करता.
लड़की पर उड़ाने शुरू किए रुपये फिर यहां उसे एक गंदी लत लग गई. वो थी ऑनलाइन वेबकैम ऐप की. यहां वह वैबकैम के जरिए लड़कियों के वीडियो देखता रहता. यह ऐप ऐसी थी जहां लड़कियों के वीडियो देखने के पैसे लगते. पैसे उसके पास थे नहीं. इसलिए वह कोडी से पैसे मांगने लगा. कोडी भी बिना कुछ सोचे समझे उसे पैसे दे देता. फिर यहीं उसकी मुलाकात हुई एक लड़की से जिसने अपना नाम ग्रांट को सिल्वी बताया. उसने बताया कि वह बुल्गारिया कि रहने वाली है. ग्रांट को उसकी वीडियो देखने का इतना चस्का लगा कि वह एक ही दिन में उसकी एक वीडियो देखने के लिए रोज के 2500 अमेरिकी डॉलर (2 लाख 6 हजार रुपये) उड़ाने लगा. इस ऐप की खास बात ये थी कि एक वीडियो देखने के बाद वह वीडियो दोबारा प्ले नहीं होती थी. लेकिन ग्रांट को तो सिल्वी का चस्का लग चुका था. इसलिए वह पैसे सिल्वी के अकाउंट में ट्रांसफर कर करके उससे वीडियो मंगवाने लगा.