
राम गोपाल वर्मा की इस फिल्म के हीरो बनने वाले थे शाहरुख, फिर कैसे अजय ने किया रिप्लेस?
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फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने अपनी हिट फिल्म 'कंपनी' के एक बड़े कास्टिंग फैसले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले 'एन मलिक' का किरदार शाहरुख खान को ऑफर किया था.
फेमस फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने अपनी हिट फिल्म 'कंपनी' की कास्टिंग से बड़े फैसले को लेकर बड़ा खुलासा किया है. जिसमें उन्होंने बताया कि 'एन मलिक' के रोल के लिए शाहरुख खान को पहले ऑफर किया था, लेकिन उनसे मुलाकात के बाद उन्होंने अजय देवगन को इस फिल्म के लिए चुना.
दरअसल हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में राम गोपाल वर्मा ने खुलासा किया कि उन्होंने पहले यह फिल्म शाहरुख खान को ऑफर की थी. जो इसे करने में रुचि रखते थे. लेकिन सुपरस्टार से एक मुलाकात के बाद राम गोपाल वर्मा ने अपना मन बदल लिया और अजय देवगन को कास्ट कर लिया.
राम गोपाल वर्मा ने क्या बताया? राम गोपाल वर्मा ने बताया कि एन मलिक के रोल के लिए उनकी पहली पसंद शाहरुख थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना मन बदल लिया. उन्होंने कहा, 'मेरा पहला विचार शाहरुख खान को कास्ट करने का था. मैं उनके पास गया और उन्हें कहानी सुनाई और उन्होंने इसमें रुचि दिखाई. लेकिन मुझे लगा कि शाहरुख की बॉडी लैंग्वेज बहुत एनर्जेटिक है, वह किसी जीवंत तार की तरह हैं.
लेकिन मलिक के किरदार का विचार एक ऐसे व्यक्ति का था जो शांतचित्त और ठंडे दिमाग वाला हो, जब वह सोच रहा हो. मुझे लगा कि शाहरुख की स्वाभाविक ऊर्जा इसके विपरीत होगी. शाहरुख को फिर से इस किरदार में लेना उनके और फिल्म दोनों के साथ अन्याय होगा.'
अजय को कैसे फाइनल किया? डायरेक्टर ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि एक एक्टर होता है और दूसरा एक्टिंग करने वाला. मैं यह नहीं कह रहा कि एक दूसरे से बेहतर है, लेकिन यह एक्टिंग का एक अलग अंदाज है. शाहरुख जैसे व्यक्ति को अपने हाल पर छोड़ देना चाहिए. मुझे लगता है कि डायरेक्टर उन्हें अलग तरह के किरदार में ढालने की कोशिश नहीं करेंगे. लेकिन अजय स्वाभाविक रूप से उस भूमिका के लिए ठीक थे, वह बहुत शांत स्वभाव के हैं. तभी मैंने अजय को लेने का फैसला किया. शाहरुख के साथ मेरी बस एक ही मुलाकात हुई थी, और उसी में मुझे एहसास हो गया था कि यह काम नहीं करेगा, लेकिन मैंने उन्हें बताया नहीं.'
रामगोपाल वर्मा ने आगे बताया कि जिस दिन वह शाहरुख के घर से मीटिंग के बाद बाहर आए, उसी दिन उन्होंने अजय को फोन किया और उन्हें तुरंत इस रोल के लिए चुन लिया. उन्होंने यह भी बताया कि चंद्रकांत 'चंद्रू' नागरे के रोल के लिए अभिषेक बच्चन उनकी पहली पसंद थे, लेकिन अभिषेक उस समय दो-तीन फिल्मों में व्यस्त थे, इसलिए उन्होंने एक नए एक्टर को लेने का फैसला किया और अंततः विवेक ओबेरॉय को चुना.

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