
रणवीर सिंह के माफी मांगने से नहीं बनी बात, एक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज, धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप
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प्रशांत मेथल ने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 299, 302 तथा 196 के अंतर्गत एक्टर रणवीर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने एक्टर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने, दैव परंपरा का अपमान करने और हिंदू विश्वासों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है.
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह बड़ी मुश्किलों में फंसे हुए हैं. उन्होंने साउथ स्टार ऋषभ शेट्टी की फिल्म 'कांतारा चैप्टर 1' पर एक फिल्म फेस्टिवल में कमेंट किया था. ऋषभ ने इस फिल्म में देवी चामुंडेश्वरी का रोल निभाया था, जिसका मजाक रणवीर ने उड़ाया. अपने मजाक के लिए रणवीर सिंह को आलोचना भी झेलनी पड़ी थी. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इसे लेकर माफी भी मांगी. हालांकि मुश्किलों ने अभी तक एक्टर का पीछा नहीं छोड़ा है. धार्मिक भावनाएं आहत करने, दैव परंपरा का अपमान करने और हिंदू विश्वासों का मजाक उड़ाने के लिए प्रशांत मेथल नाम के अधिवक्ता ने रणवीर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.
रणवीर सिंह के खिलाफ हुई शिकायत
प्रशांत मेथल ने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 299, 302 तथा 196 के अंतर्गत एक्टर रणवीर सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा, 'मैं उपरोक्त पते का निवासी एवं भारत का एक कानून पालक नागरिक तथा अधिवक्ता हूं. मैं यह शिकायत बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह द्वारा किए गए अवैध एवं आपत्तिजनक कृत्यों को आपके तत्काल संज्ञान में लाने के लिए दर्ज करा रहा हूं, जिनसे मेरी तथा लाखों-करोड़ों हिंदुओं, विशेषकर कर्नाटक के तुलु भाषी समुदाय की धार्मिक भावनाएं गहरी ठेस पहुंची है.'
एक्टर ने भावनाएं की आहत
शिकायत में आगे कहा गया है, 'पिछले कुछ दिनों में विभिन्न समाचार माध्यमों तथा सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से ज्ञात हुआ है कि 28 नवंबर को गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के समापन समारोह में रणवीर सिंह ने फिल्म कांतारा में दिखाई गई पवित्र दैव (भूतकोला) परंपरा का खुलेआम मजाक उड़ाया और अपमान किया. मंच पर आरोपी रणवीर सिंह ने तटीय कर्नाटक में पूजे जाने वाले पवित्र पंजुरली/गुलिगा दैव के दिव्य भाव-भंगिमाओं की नकल अश्लील, अपमानजनक एवं हास्यास्पद ढंग से की. इससे भी बढ़कर, उन्होंने पवित्र दैव को मौखिक रूप से भूत कहा. जबकि फिल्म में हमारी राज्य अधिदेवी चामुंडेश्वरी थीं. हमारी संस्कृति एवं धार्मिक मान्यता में दैव कोई भूत नहीं, बल्कि पूजनीय देवता/अर्धदेवता हैं. किसी देवता को भूत कहना सरासर ईशनिंदा है और हिंदू विश्वासों के प्रति जानबूझकर किया गया अनादर है.'
इसके आगे उन्होंने कहा, 'आरोपी एक सार्वजनिक हस्ती हैं जिनके लाखों-करोड़ों फॉलोअर हैं. अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस तरह का कार्टून करके उन्होंने न केवल कांतारा फिल्म का अपमान किया है, बल्कि तुलु परंपराओं के गहरे आध्यात्मिक विश्वासों का उपहास किया है. यह कृत्य जानबूझकर समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से किया गया है. यह वीडियो वायरल हो चुका है, जिससे दैव भक्तों तथा आम जनता में गंभीर मानसिक पीड़ा, आक्रोश एवं असंतोष फैल रहा है. इससे सार्वजनिक शांति भंग होने तथा विभिन्न समुदायों में वैमनस्य बढ़ने की आशंका है.'

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