
'मर क्यों नहीं जाती', जब ट्रोल्स ने पार की हदें, जेमी का दुखा दिल, बोलीं- जॉनी लीवर की बेटी...
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कॉमेडियन जेमी लीवर ने सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और नेपोटिज्म को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि कोविड के दौरान रील्स बनाना शुरू किया था, लेकिन ट्रोलिंग ने उन्हें अंदर तक चोट पहुंचाई. जेमी ने कहा कि नफरत भरे कमेंट्स उन्हें बहुत दुख देते हैं, खासकर जब कोई कहता है कि उन्हें मर जाना चाहिए.
कॉमेडियन जेमी लीवर ने अपनी अलग पहचान बनाई है. वो भले ही बॉलीवुड के वेटरन एक्टर और कॉमेडियन जॉनी लीवर की बेटी हैं लेकिन उन्होंने कभी पिता के नाम का सहारा नहीं लिया. बावजूद इसके वो नेपोटिज्म का प्रोडक्ट कहलाईं और उन्हें खूब ट्रोल किया गया. जेमी ने इस बारे में अपनी राय दी और कहा कि लोगों में इतनी नफरत है कि ऐसे भी कमेंट करते हैं जहां लिखा होता है- तुम मर क्यों नहीं जाती.
ट्रोल्स का शिकार जेमी
जेमी ने बताया कि कोविड के समय में उन्होंने रील्स बनाने की शुरुआत की थी. धीरे-धीरे लोग उन्हें जानने लगे लेकिन साथ ही ट्रोलिंग भी शुरू होने लगी. एक वक्त इस ट्रोलिंग ने उन्हें अंदर तक दर्द दिया. विरल भयानी से बातचीत में जेमी ने बताया कि वो बहुत कोशिश करती हैं इसे इग्नोर करने की लेकिन एक इंसान होने के नाते वो इस नफरत को कभी-कभी समझ नहीं पातीं.
जेमी ने कहा कि- एक इंसान होने के नाते कोई मुंह पर भी बोल दे बुरा लग जाता है. फिर सोशल मीडिया तो एक ऐसी जगह है जहां बिना नाम और चेहरे के लोग है. उनके लिए कुछ भी कहना आसान है. आप कोई वीडियो डालो तो बड़े सारे कमेंट्स आते हैं, उनमें से कोई एक-दो कमेंट ऐसा होता है जो कह देगा- ''तुम्हें तो कोई जानता भी नहीं है. अपने बाप के दम पर कर रही हो, तुम जॉनी लीवर की बेटी ना होती तो कोई देखता भी नहीं. तुम इन चीजों के लायक नहीं हो.''
लोगों में इतनी नफरत क्यों?
''लेकिन 99 अच्छे कमेंट्स में से कोई एक खराब होगा, तो मुझे लगता है कि- क्या ये 99 लोग गलत सोच रहे हैं. तो किसपर विश्वास करना चाहिए. लेकिन वहीं कोई ऐसा कमेंट हो जो क्रिटिसिज्म में हो, तो मैं सही में ध्यान देती हूं, कि ये लॉजिक सही था. लेकिन एक बार एक कमेंट आया, जिसमें किसी ने कहा- 'तुम मर क्यों नहीं जाती.''

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