
मरते दम तक काम करते रहे पिता, परिवार ने निकाल फेंका था बाहर, एआर रहमान का छलका दर्द
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रहमान ने एक पॉडकास्ट में शिरकत की. उनसे पूछा गया कि चेन्नई में बचपन कैसा बीता. उन्होंने अपने पिता आर के शेखर के बारे में बताया कि किस तरह उनकी मेहनत ने उनकी सेहत को खराब कर दिया और असमय मृत्यु हो गई. रहमान के पिता और मां को उनके परिवार ने घर से निकाल दिया था.
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पिता ने मरते दम तक किया काम
रहमान हाल ही में निखिल कामथ के पॉडकास्ट में नजर आए. उनसे पूछा गया कि चेन्नई में बचपन कैसा बीता. रहमान ने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी का ज्यादातर हिस्सा चेन्नई में ही बिताया है. वहीं पैदा हुआ था, मेरे पिता स्टूडियो में काम करते थे. हम कोडंबक्कम के पास रहते थे, जहां सारे स्टूडियो हुआ करते थे.'
फिर ए आर रहमान ने अपने पिता आर के शेखर के बारे में बताया कि किस तरह पिता की मेहनत ने उनकी सेहत को खराब कर दिया और असमय मृत्यु हो गई. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता-मां को उनके अपने परिवार वालों ने घर से निकाल दिया था. वो किराए के मकान में रहने लगे और पापा दिन-रात मेहनत करके हमें अपना घर दिलाने की कोशिश करते रहे. वो एक साथ तीन-तीन नौकरियां करते थे और इसी वजह से उनकी सेहत पूरी तरह बिगड़ गई. यही मेरे बचपन का सबसे अंधेरा हिस्सा था. उस ट्रॉमा से उबरने में बहुत वक्त लगा.'
मां ने अकेले की परवरिश
इसके बाद उन्होंने अपनी मां की तारीफ की, जो बिना पति के चार बच्चों को अकेले पालने में कामयाब रहीं. रहमान ने कहा, 'मैं जब बड़ा हो रहा था तो बहुत कुछ देखा. मेरे पिता का और दादी का निधन हुआ. मैं सिर्फ नौ साल का था जब ये सब हुआ. हर रोज ट्रॉमा देखता था. मेरी मां सिंगल मदर थीं, लेकिन वो बहुत कॉन्फिडेंट औरत थीं. सारी तकलीफ उन्होंने खुद झेली. हमें बचाने के लिए न जाने क्या-क्या सहा. वो बेहद मजबूत औरत थीं जिन्होंने हर तरह की बेइज्जती सही और अकेले हमें बड़ा किया.'

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