
बॉलीवुड का 'सुपरस्टार' होता ये पॉलिटीशियन, कंगना रनौत संग फ्लॉप हुई फिल्म, बदली जिंदगी
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चिराग पासवान, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं. लेकिन आज से 10 साल पहले तक ये एक्टर थे. फिल्म इंडस्ट्री में इन्होंने कंगना रनौत जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम किया है.
साल 2014 में फिल्म आई थी 'मिले न मिले हम'. इसमें कंगना रनौत और चिराग पासवान लीड एक्टर्स के रूप में नजर आए थे. दोनों ही 10 साल बाद पॉलिटिक्स में हैं. चिराग तो पूरी तरह बॉलीवुड इंडस्टी को त्याग चुके हैं. लेकिन कंगना आज भी ब्रैंडिंग करती हैं और बड़े पर्दे का हिस्सा हैं.
बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) में मंडी, हिमाचल प्रदेश से सांसद कंगना रनौत तीन बार अपनी फिल्मों के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत चुकी हैं. साथ ही ये बतौर फिल्ममेकर फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. वहीं, चिराग पासवान, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं. इनकी पार्,टी लोक जनशक्ति ने हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में जिन 29 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से 19 सीटों पर जीत दर्ज की है.
बॉलीवुड करियर पर बोले चिराग हाल ही में द इंडियन एक्स्प्रेस संग बातचीत में चिराग ने बॉलीवुड करियर पर बात की. एक कैंपेनिंग के दौरान उन्होंने बताया कि मैं मुंबई में काम कर रहा था. मैं वहां अच्छी तरह सेटल था. अगर मैं बॉलीवुड में कुछ साल और बिता लेता तो मेरा अच्छा खासा नाम इंडस्ट्री में अबतक बन जाता.
पॉलिटिक्स में आने की मेरी केवल एक ही वजह रही. मैंने देखा कि कैसे बिहारीज को देश के अलग-अलग कोनों में ट्रीट किया जाता है. उन्हें ह्यूमिलिएट किया जाता है. ये मुझे अच्छा नहीं लगा. इसलिए मैंने पॉलिटिक्स की ओर कदम बढ़ाया. बता दें कि कंगना रनौत और चिराग पासवान अच्छे दोस्त हैं.
फिल्म ‘मिले ना मिले हम’ की बात करें तो बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी. ये एक करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाई थी. फिल्म ने ग्लोबल लेवल पर केवल 97 लाख रुपये और डॉमेस्टिक लेवल पर केवल 77 लाख रुपये ही कमाए थे.
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का साल 2020 में 74 साल की उम्र में निधन हो गया था. इनके बेटे चिराग पासवान, ने राजनीतिक पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी संभाली. पिता के निधन के बाद चिराग साल 2020 में पार्टी अध्यक्ष बने. हालांकि ये पद उन्होंने एक साल से कम समय तक संभाला. साल 2014 में जमुई निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बने और वर्तमान में हाजीपुर से सांसद हैं.

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