बिहार: 'मिशन 2047' की साजिश को लेकर SDPI के ठिकाने पर ATS का छापा, कई हिरासत में लिए गए
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बिहार के पटना में आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां और पुलिस लगातार एक्शन मोड में बनी हुई है. एटीएस ने कल पटना के सब्जीबाग इलाके में एसडीपीआई के दफ्तर में छापेमारी की. इस दौरान वहां से कई लोगों को हिरासत में लिया गया. एटीएस उनसे पूछताछ कर रही है.
बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं. इसी सिलसिले में ATS ने गुरुवार को पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के सब्जीबाग इलाके में स्थित नाज मंजिल में छापेमारी की.
बताया जा रहा है कि इसी चार मंजिला नाज मंजिल में एसडीपीआई का कार्यालय है. एटीएस को यहां सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) ज्वाइन करने से संबंधित एक इश्तेहार चस्पा मिला. एटीएस ने नाज मंजिल बिल्डिंग के मालिक और SDPI के कार्यालय के लोगों को हिरासत में ले लिया. उनसे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, मतलूब अहमद दानिश नाम का आरोपी फुलवारी शरीफ के मुनीर कॉलोनी का रहने वाला है. साल 2016 में गजवा हिंद नाम का ग्रुप बनाया था, जिसका यह ग्रुप एडमिन है. गजवा ए हिंद कट्टरपंथी संगठन तहरीके लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा है. 2023 में जिहाद का प्लान किया गया था और वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से पाकिस्तान के फैजान नाम के व्यक्ति से नियमित संपर्क में रहता था. फैजान भी इस ग्रुप का एडमिन है.
भारत पाकिस्तान और यमन के नंबर वाले लोग इस ग्रुप में जुड़े हुए हैं. ग्रुप में देश विरोधी, संप्रदाय विरोधी, भड़काऊ और आपत्तिजनक और गैरकानूनी पोस्ट किया करता था. मुस्लिम समुदाय को भड़काने का काम किया जा रहा था. कश्मीर से जुड़े कई वीडियो ग्रुप में डालकर के लोगों को उकसाया जा रहा था.
बता दें कि पटना में आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद से अब तक पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शुक्रवार को फुलवारी शरीफ से एक और शख्स को गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है कि यह शख्स गजवा-ए-हिंद ग्रुप बनाकर पाकिस्तान के लोगों को जोड़ रहा था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार ने बताया था कि पटना में हमें पिछले 15 दिन से इलाके में कुछ अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल रही थी. जिसकी जांच के बाद छापेमारी की गई थी.
जांच में पता चला था कि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की आड़ में मार्शल आर्ट सिखाने के बहाने हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी. देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद तीन और लोगों को अरेस्ट किया गया. पिछले दो महीने से आरोपियों के पास दूसरे राज्यों के लोग आ रहे थे. आने वाले लोग टिकट और होटलों में बुकिंग नाम बदलकर करते थे.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
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