बिहार के गांवों में 'खंडहर' हेल्थ सिस्टम की पोल खोलती 15 फोटो
The Quint
Bihar Health Center Condition: बिहार के गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र की तस्वीर बदहाली की सच्चाई बता रही है. दरभंगा, सीतामढ़ी, सिवान, मुजफ्फरपुर के स्वास्थ्य उपकेंद्र खंडहर बने हुए हैं.
दिल्ली में बिन ऑक्सीजन कोरोना के मरीजों को तड़पते सबने देखा. बेड नहीं, वेंटेलेटर नहीं. इंटरनेशनल खबर बनी. दलील आई कि कोरोन (corona) की दूसरी लहर इतनी तेजी आई कि इतने इंतजाम नहीं हो पाए. और वाकई बाकी दिनों महानगरों के अस्पतालों की स्थिति थोड़ी बेहतर होती है.जरा सोचिए उन इलाकों का क्या होता होगा, जहां का हेल्थ सिस्टम परमानेंट ICU में रहता है. और दुखद ये कि इसकी खबर भी नहीं बनती. इस खबर में आप 15 तस्वीरों में बिहार (Bihar) के ग्रामीण इलाकों के हेल्थ सिस्टम का डर्टी पिक्चर देखिए.मुजफ्फरपुरमुजफ्फरपुर जिला के मुरौल के स्वास्थ्य उपकेंद्र या कहें सब हेल्थ सेंटर का हाल देखिए. गांव के लोग बताते हैं कि इसमें इलाज क्या ही होगा जब इसकी बिल्डिंग ही गिरने वाली है.मुरौल का स्वास्थ्य उपकेंद्र(फोटो: क्विंट हिंदी)जब क्विंट ने कुढ़नी के सीएचसी (Community health center) से संपर्क किया तो पता चला कि पांच हजार की आबादी वाले मुरौल के स्वास्थ्य उपकेंद्र में डॉक्टर नहीं बल्कि सिर्फ एक एएनएम होती हैं, जहां सिर्फ ओपीडी चलता है.हफ्ते में तीन ही दिन ये सेंटर चलता है. एएनएम के पास बुखार के लिए पैरासीटामोल, ORS जैसी 6 तरह की दवाएं होती हैं जो वहां आए मरीजों को दे सकती हैं. इसके अलावा फैमली प्लानिंग के लिए अगर किसी ने जानकारी चाही तो वो एएनएम उन्हें गाइड करेंगी.”मरीज देखती एएनएम(फोटो: क्विंट हिंदी)नाम न छापने की शर्त पर एक स्टाफ ने बताया, “मुरौल के स्वास्थ्य उपकेंद्र की बिल्डिंग की हालत बहुत बुरी है, एकदम खंडहर जैसा. किसी को मतलब नहीं है, सिर्फ बिहार में राजनीति करना है सबको.”बिहार सरकार में मंत्री के गांव के हेल्थ सेंटर का हालएक और प्राथमिक उप स्वासथ्य केंद्र है. यह स्वास्थ्य केंद्र मुजफ्फरपुर के बोचहां प्रखण्ड के गरहां में है. बीजेपी नेता और बिहार सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के मंत्री बिहार के मंत्री राम सूरत राय के घर से चंद कदम दूर. दो रूम के SHC का हाल भी बेहाल है, कोरोना से लड़ना तो दूर महीने में किसी एक दिन खुल जाता है.बोचहां प्रखण्ड के रहने वाले संजय बताते हैं, “महीना में एक बार कभी भी एएनएम आ जाती हैं. 2004 में मंत्री राम सूरत राय के बड़े भाई स्थानीय मुखिया भरत राय ने उद्घाटन किया था. लेकिन इसे कोई देखने वाला नहीं है.”मुजफ्फरपुर के बोचहां प्रखण्ड के ...More Related News