
बिना हाथ, पैर से कार ड्राइव करता है यह शख्स, इम्प्रेस हुए Anand Mahindra
AajTak
विक्रम की कठिनाई यहीं नहीं खत्म हुईं. जब उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई किया तो उसे रिजेक्ट कर दिया गया, क्योंकि भारत का मोटर वाहन अधिनियम उन्हें कार चलाने की इजाजत नहीं देता. विक्रम ने इसके खिलाफ अपील दायर की और अंत में 2016 में सरकार को कानून में बदलाव करना पड़ा.
क्या आपने कभी किसी को बिना हाथ के कार ड्राइव करते हुए देखा है. आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर (Anand Mahindra Twitter) अकाउंट पर ऐसे ही एक शख्स का वीडियो शेयर किया है. साथ में लिखा है कि अगर ये इंसान उनकी कंपनी की गाड़ी चलाएगा तो उनके लिए बहुत सम्मान की बात होगी.
दरअसल, आनंद महिंद्रा ने जो वीडियो शेयर किया है, वह देश में Armless Driver (बिना हाथ के ड्राइवर) का पहला लाइसेंस पाने वाले विक्रम अग्निहोत्री का है. सात साल की उम्र में विक्रम अग्निहोत्री को अपने हाथ गंवाने पड़े थे. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और मास्टर डिग्री तक अपनी पढ़ाई पूरी की.
ऑनलाइन वीडियो देखकर सीखी ड्राइविंग
विक्रम किसी पर आश्रित नहीं रहना चाहते थे, इसलिए उन्होंने खुद से ड्राइविंग सीखने का तय किया, लेकिन कोई भी ड्राइविंग स्कूल उन्हें सिखाने के लिए तैयार नहीं हुआ. तब विक्रम ने ऑनलाइन वीडियो देख-देख कर ड्राइविंग करना सीखा.
रिजेक्ट हो गई लाइसेंस एप्लीकेशन
विक्रम की कठिनाई यहीं नहीं खत्म हुईं. जब उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई किया तो उसे रिजेक्ट कर दिया गया, क्योंकि भारत का मोटर वाहन अधिनियम उन्हें कार चलाने की इजाजत नहीं देता. विक्रम ने इसके खिलाफ अपील दायर की और अंत में 2016 में सरकार को कानून में बदलाव करना पड़ा. कानून में दिव्यांगों को ड्राइविंग लाइसेंस देने के प्रावधान जोड़े गए.













