
'बर्दाश्त नहीं हो रहा था धर्मेंद्र को इस हाल में देखना', हेमा मालिनी ने बताया क्यों जल्दबाजी में हुआ अंतिम संस्कार
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बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर धर्मेंद्र के अंतिम दर्शन न कर पाने से सोशल मीडिया पर फैंस ने काफी नाराजगी जताई थी. अब एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने इस पर चु्प्पी तोड़ी हैं, इसी के साथ उन्होंने अपनी अधूरी ख्वाहिश के बारे में भी बताया.
बॉलीवुड इंडस्ट्री के वेटरन एक्टर धर्मेंद्र ने निधन को हफ्ताभर बीत गया है. उनके जाने से हर कोई मायूस है और ये सिनेमा की दुनिया को बड़ी क्षति हुई है. फैंस को उस समय गहरा सदमा लगा, जब एक्टर का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया और अंतिम विदाई का मौका तक नहीं मिला. अब हेमा मालिनी ने यूएई के फिल्ममेकर संग बातचीत के दौरान इसका कारण भी बता दिया है.
दिवंगत एक्टर धर्मेंद्र की पत्नी और एक्ट्रेस हेमा मालिनी से यूएई के फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी से मुलाकात की. उन्होंने इस मुलाकात को लेकर एक पोस्ट भी किया.
क्या लिखा फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी ने? फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी ने अपनी अरेबिक भाषा में हेमा मालिनी संग फोटो शेयर कर लिखा, 'शोक के तीसरे दिन मैं मशहूर आर्टिस्ट हेमा मालिनी से मिलने गया. जो गुजर चुके सुपरस्टार धर्मेंद्र की पत्नी हैं. यह पहली बार था जब मैं उनसे आमने-सामने मिला था, हालांकि मैंने उन्हें पहले भी कई बार दूर से देखा था. लेकिन इस बार कुछ अलग था… एक दर्दनाक, दिल तोड़ने वाला मौका, ऐसा दुख जो लगभग समझ से बाहर है, चाहे मैं कितनी भी कोशिश कर लूं. मैं उनके साथ बैठा, और मैं उनके चेहरे पर एक अंदरूनी उथल-पुथल देख सकता था जिसे वह पूरी तरह छिपाने की कोशिश कर रही थीं.'
फिल्ममेकर ने लिखा, 'उन्होंने (हेमा) कांपती हुई आवाज में मुझसे कहा, 'काश मैं दो महीने पहले उसी दिन खेत पर होती जिस दिन मैं धर्मेंद्र के साथ थी… काश मैं उन्हें वहां देख पाती.' उन्होंने मुझे बताया कि कैसे वह हमेशा धर्मेंद्र से पूछती थीं, 'आप अपनी खूबसूरत कविताएं और आर्टिकल क्यों नहीं पब्लिश करते?' और वह (धर्मेंद्र) जवाब देते थे, 'अभी नहीं… पहले मुझे कुछ कविताएं खत्म करने दो.' लेकिन समय ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी, और वे गुजर गए…'
'उन्होंने (हेमा) मुझसे उदास होकर कहा, 'अब अजनबी आएंगे… वे उनके बारे में लिखेंगे, वे किताबें लिखेंगे… जबकि उनके शब्द कभी सामने नहीं आएंगे. फिर, बहुत दुख के साथ, उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस है कि उनके फैन्स को उन्हें आखिरी बार देखने का मौका नहीं मिला.'जल्दबाजी में अंतिम संस्कार क्यों हुआ? हेमा मालिनी ने मुझे मां जैसे लहजे में बताया, 'धर्मेंद्र, अपनी पूरी जिंदगी में कभी नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें कमजोर या बीमार देखे. उन्होंने अपना दर्द अपने सबसे करीबी रिश्तेदारों से भी छिपाया. किसी इंसान के गुजर जाने के बाद, फैसला परिवार का होता है.' फिर वह रुकीं, एक आंसू पोंछा, और मुझसे साफ-साफ कहा, 'लेकिन जो हुआ वह रहम था… क्योंकि, हमाद, तुम उन्हें उस हालत में नहीं देख सकते थे. उनके आखिरी दिनों में उनकी हालत बहुत खराब थी… दर्दनाक… और हम भी उन्हें उस हालत में देखना मुश्किल से बर्दाश्त कर सकते थे.'
उनके शब्द तीर की तरह थे… दर्दनाक और सच्चे. मैंने हमारी बातचीत यह कहकर खत्म की, 'चाहे कुछ भी हो जाए… उसके लिए मेरा प्यार कभी नहीं बदलेगा… और उसकी यादें मेरी जिंदगी से कभी नहीं मिटेंगी.' जब मैं जाने वाला था, तो मैंने शर्माते हुए उससे पूछा कि क्या मैं उसके साथ एक फोटो ले सकता हूं, क्योंकि मैंने कभी हेमा मालिनी के साथ अपनी कोई फोटो नहीं खिंचवाई थी. उसका रिएक्शन बिल्कुल वैसा ही था जैसा धर्मेंद्र का हमेशा होता था… एक मुस्कान, अच्छाई, और एक सच्चा वेलकम. मेरे हमेशा के हीरो, लेजेंडरी सुपरस्टार धर्मेंद्र...













