
प्रियंका-आलिया-कटरीना की 'जी ले जरा' के टलने से परेशान थे फरहान, बोले- मैं शायद डायरेक्ट नहीं...
AajTak
फरहान अख्तर कुछ सालों पहले प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट और कटरीना कैफ संग फिल्म 'जी ले जरा' लेकर आने वाले थे. लेकिन वो फिल्म अब कुछ वक्त के लिए टल गई है. फरहान का कहना है कि उनके लिए वो वक्त काफी परेशान करने वाला था.
फिल्ममेकर-एक्टर-सिंगर फरहान अख्तर इन दिनों अपनी फिल्म '120 बहादुर' को लेकर ट्रेंड में चल रहे हैं. इस फिल्म में उन्होंने मेजर शैतान सिंह की भूमिका निभाई है. ऑडियंस फरहान की परफॉरमेंस की जमकर तारीफ कर रही है. एक्टर पिछले कुछ वक्त में अपनी फिल्म को जगह-जगह जाकर प्रमोट कर चुके हैं.
'जी ले जरा' को लेकर क्या बोले फरहान अख्तर?
हाल ही में फरहान यूट्यूबर समदीश भाटिया के चैनल पर आए जहां उन्होंने अपनी फिल्म 'जी ले जरा' पर दोबारा बात की. ये वही फिल्म है जिससे फरहान कई सालों बाद बतौर डायरेक्टर वापसी करने वाले थे. मगर कुछ कारणों के चलते फिल्म टलती गई और अब इसकी शूटिंग कब शुरू होगी, इसपर भी कोई अपडेट नहीं है. फरहान का कहना है कि जब उनकी फिल्म 'जी ले जरा' बार-बार टल रही थी, तब वो बेहद परेशान हुए थे.
एक्टर ने कहा, 'मेरी फिल्म तूफान 2021 में रिलीज हुई और उसके ठीक बाद मैं 'जी ले जरा' नाम की फिल्म डायरेक्ट करने वाला था. ये लगातार टलती रही और उन दो सालों में मैं अपने पास आने वाले सभी एक्टिंग ऑफर्स को मना करता रहा. मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि जब आपको किसी फिल्म को डायरेक्ट करना होता है, तो आप सिर्फ उसी पर ध्यान लगा सकते हैं. जब भी कोई एक्टिंग ऑफर आता तो मैं उन्हें कहता कि मैं ये नहीं कर रहा क्योंकि मैं जल्द ही एक फिल्म डायरेक्ट करने वाला हूं.'
'फिल्म की शूटिंग की डेट्स बार-बार आगे बढ़ती रही. ये बहुत परेशान करने वाला दौर था क्योंकि मुझे लगता था कि मैं समय बर्बाद कर रहा हूं और मुझे पता भी नहीं चला कि ढाई साल बीत गए. कुछ पर्सनल इनसिक्योरिटीज भी थीं. मुझे लगने लगा था कि शायद लोग सोचेंगे कि मैं डायरेक्शन नहीं कर पाऊंगा.
क्या अब नहीं आएगी 'जी ले जरा'?

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










