
पंडित नेहरु से अटल बिहारी तक, पीएम मोदी के भाषण का निचोड़: दिन भर
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विशेष सत्र के पहले दिन आज प्रधानमंत्री ने किन चीज़ों पर विस्तार से बात रखी और किसे बस छूकर निकल गए, जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में ऑपरेशन गैरोल' क्यों लंबा खिंच रहा, पंजाब के किसानों की समृद्धि का अधूरा सच और कल से शुरु होने जा रहे एशियाई खेलों पर बातचीत सुनिए 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से
G20 की सफलता के लिए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पीठ थपथपने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने पीएम को बोलने के लिए कहा.
5 दिन तक चलने वाले विशेष सत्र का आज पहला दिन था. पुराने संसद भवन को आख़िरी दफ़ा सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री 50 मिनट बोलें. पीएम मोदी के भाषण में वन नेशन वन टैक्स, जीएसटी, वन पेंशन वन रैंक और इडलयूएस के लिए 10 फीसदी आरक्षण जैसे ज़रूरी विधेयकों की बात हुई.
प्रधानमंत्री बोलें कि अनेक ऐतिहासिक निर्णय और दशकों से लंबित विषय का स्थाई समाधान भी इसी सदन में हुआ. और ऐसा कहते हए वो पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी का ज़िक्र करना नहीं भूलें.
हालांकि, आज की भी कार्यवाही राजनीतिक नोंकझोंक से अछूती न रह सकी. काँग्रेस पार्टी प्रेसीडेंट मलिकार्जुन खड़गे ने शायराना अंदाज़ में सरकार पर निशाना साधा.
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले जो बीजेपी की आलोचना गाहे-बगाहे करती रहती हैं, उन्होंने आज पीएम के भाषण की सरहाना की.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










