नहीं बदलेगा फैसला, भारत का IMF को जवाब- गेहूं एक्सपोर्ट पर लगा रहेगा बैन
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भारत सरकार का गेहूं के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को फिलहाल हटाने का कोई प्लान नहीं है. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को ये बात साफ कर दी. दुनिया के कई देशों समेत IMF ने भी भारत के इस फैसले की आलोचना की थी.
गेहूं के निर्यात पर लगा प्रतिबंध (Wheat Exports Ban) फिलहाल हटने नहीं जा रहा है. दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने पहुंचे वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अलग से एक इंटरव्यू में ये बात साफ कर दी.
'काला बाजारियों को होगा फायदा'
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रॉयटर्स एजेंसी से कहा कि अभी दुनिया में अस्थिरता का दौर है. अगर ऐसे में हम एक्सपोर्ट बैन को हटा देंगे, तो इसका फायदा काला बाजारी, जमाखोरों और सट्टेबाज़ों को होगा. ये ना तो जरूरतमंद देशों के हित में होगा ना ही गरीब लोगों की मदद कर पाएगा. रॉयटर्स की ओर से भारत के प्राइवेट प्लेयर्स के निर्यात को फिर से खोलने की बात को लेकर सवाल किया गया था.
'सरकारों का आपस में बातचीत करना ठीक'
पीयूष गोयल ने कहा कि इससे बचने का स्मार्ट तरीका ये है कि सरकारी रूट के माध्यम (G2G) से ही निर्यात किया जाए. इस तरह से हम जरूरतमंद और गरीब लोगों को सस्ता गेहूं उपलब्ध करा सकेंगे. गोयल ने कहा कि भारत के इस फैसले का मर्म समझाने के लिए उन्होने विश्व व्यापार संगठन (WTO) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ संपर्क भी किया था.
G7, IMF ने की थी आलोचना