दिमाग है या कम्प्यूटर.... इंश्योरेंस के पैसे चाहिए थे, इसलिए नाबालिग ने कोरियर पॉर्सल में बम लगा दिया!
AajTak
युवक ने एक विज्ञापन देखा था जिसमें साफ लिखा था कि अगर आपका पार्सल इंश्योर्ड है और उसको कुछ भी नुकसान पहुंच जाता है, ऐसी स्थिति में आपको पूरा मुआवजा मिलेगा.
मुंबई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां पर एक 17 वर्षीय नाबालिग ने इंश्योरेंस के पैसे लेने के लिए कोरियर पॉर्सल में बम लगा दिया. नाबालिग का तर्क था कि कोरियर के सामान को नुकसान पहुंचेगा और फिर उसे मुआवजा दे दिया जाएगा. लेकिन पुलिस ने इस पूरी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया है.
दरअसल हुआ यूं कि नाबालिग ने जो पार्सल मंगवाया था, जोगेश्वरी के कोरियर ऑफिस में उसमें छोटा सा धमाका हुआ और आग लग गई. उस वजह से पार्सल में पड़े सामान को नुकसान पहुंचा. कोरियर कंपनी ने इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी और उन्हें दाल में कुछ काला लगा. ऐसे में तुरंत सेंडर की सारी जानकारी मांगी गई और 17 वर्षीय नाबालिग से सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हो गया.
पहले तो नाबालिग पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था, लेकिन जब लगातार सवाल दागे गए, वो टूट गया और उसने पूरी साजिश से खुद ही पर्दा उठा दिया. पुलिस भी युवक के खुलासे से हैरान रह गई. बताया गया कि युवक ने एक विज्ञापन देखा था जिसमें साफ लिखा था कि अगर आपका पार्सल इंश्योर्ड है और उसको कुछ भी नुकसान पहुंच जाता है, ऐसी स्थिति में आपको पूरा मुआवजा मिलेगा. इसके साथ-साथ जितना नुकसान हुआ है, उससे 110 प्रतिशत अधिक वापस किया जाएगा.
अब इस विज्ञापन को देखने के बाद ही युवक के मन में लालच आ गया और उसने एक साजिश तैयार की. साजिश थी कोरियर में बम लगाने की, महंगी कंपनी से इंश्योरेंस लेने की और फिर नाटक कर पैसे वसूलने की. नाबालिग के मुताबिक सबसे पहले उसने एक पार्सल मंगवाया, उसमें मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड और कुछ प्रोसेसर रखवा दिए. कुल कीमत थी 9.81 लाख रुपये. अब इसके बाद युवक ने एक बड़ी कंपनी से अपने पार्सल के लिए इंश्योरेंस लिया.
इसके बाद यूट्यूब का सहारा लेते हुए नाबालिग ने टाइमर सर्किट बनाना सीखा. उसी सर्किट की वजह से दूर बैठे युवक ने अपने फोन से ही पार्सल में ब्लास्ट करवा दिया. बकायदा दिवाली वाले पटाखों, बैट्री का इस्तेमाल कर एक विस्फोटक तैयार कर दिया गया. फिर ब्लू डार्ट नाम की कोरियर कंपनी को उस पार्सल को दिल्ली पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई. लेकिन जैसे ही पार्सल जोगेश्वरी के पास पहुंचा, युवक ने फोन के जरिए उसमें विस्फोट करवा दिया. अभी के लिए इस नाबालिग को 27 जुलाई तक के लिए बाल सुधार गृह भेज दिया है.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.