डिमेंशिया का रिस्क घटाने में मददगार हो सकती है MIND डाइट, जानिए क्या है ये
The Quint
MIND Diet to Prevent Dementia: MIND stands for the Mediterranean-DASH Intervention for Neurodegenerative Delay, it is a scientific diet which has been found beneficial. डिमेंशिया की रोकथाम में मददगार हो सकती है MIND डाइट, जानिए क्या है ये
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए और कोई भी उपाय करने से पहले फिट आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह देता है.)एक स्टडी में पाया गया कि दिमाग के लिए तैयार खास किस्म की डाइट से डिमेंशिया, अल्जाइमर जैसे दिमाग की क्षति का जोखिम घटाने में मदद मिल सकती है. 60 साल और इससे ज्यादा की उम्र के 1,220 लोगों पर 12 साल तक की गई स्टडी के नतीजे यही बताते हैं. डिमेंशिया से बचाने वाली ये डाइट है, MIND Diet (मेडिटेरियन-DASH इंटरवेंशन फॉर न्यूरोडिजेनरेटिव डिले डाइट).जर्नल ऑफ अल्जाइमर्स डिजीज में भी आई एक स्टडी के मुताबिक MIND डाइट बेहतर संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली (cognitive functioning) जैसे सोचने, सुनने, सीखने, समझने और ध्यान देने से जुड़ी है.क्या है MIND डाइट?Mediterranean-DASH Intervention for Neurodegenerative Delay Diet, जिसे आमतौर पर MIND डाइट कहते हैं, दो तरह की डाइट पोर्शन कंबाइन करता है. ये हाइपरटेंशन की रोकथाम के लिए अपनाए जाने वाले DASH डाइट (Dietary Approaches to Stop Hypertension) और मेडिटेरेनियन डाइट को शामिल करता है, लेकिन कुछ बदलावों के साथ.उदाहरण के तौर पर इसमें मेडिटेरेनियन और DASH डाइट में बताए गए फल, डेयरी या आलू के ज्यादा उपभोग की बात नहीं कही गई है.MIND डाइट एक साइंटिफिक डाइट है, जिसे फायदेमंद पाया गया है. ये डाइट का एक बेहद हेल्दी वर्जन है, जिसे अपनाया जाना चाहिए.डॉ प्रियंका रोहतगी, चीफ क्लीनिकल डाइटिशियन, अपोलो हॉस्पिटल ADVERTISEMENTडाइट और डिमेंशियाबेंगलुरु के अपोलो हॉस्पिटल में चीफ क्लीनिकल डाइटिशियन, न्यूट्रिशन और डाइअटेटिक्स डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. प्रियंका रोहतगी बताती हैं कि आप क्या खाते हैं, इसका काफी गहरा असर दिमाग पर पड़ता है.क्या किसी तरह की डाइट से संज्ञानात्मक गिरावट को धीमा किया जा सकता है, इस सवाल पर डॉ. रोहतगी कहती हैं कि हां, यहां डाइट बेहद अहम हो जाती है.खासकर शुगरी ड्रिंक्स-हाई-फ्रक्टोज कॉर्न सीरप (HFCS) से नुकसान होता है. इससे ब्रेन इंफ्लेमेशन, याददाश्त और सीखने की क्षमता में गिरावट आती है. ज्यादा स्मोक्ड मीट खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें नाइट्रोसामिन्स होते हैं, इनके कारण लिवर से ऐसे फैट प्रोड्यूस होते हैं, जो दिमाग के लिए टॉक्सिक होते हैं. ट्रांस फैट लेने से परहेज किया जाना चाहिए.डॉ. प्रियंका रोहत...