
टैरिफ पर चर्चा के लिए बेताब हुए ट्रंप... चीनी मीडिया का दावा, हर तरफ से बात करना चाहता है US!
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चीन ने कथित तौर पर अमेरिकी प्रोडक्ट्स की एक लिस्ट तैयार की है, जो उसके 125 फीसदी टैरिफ से छूट में शामिल होंगे. इसमें फार्मा, माइक्रोचिप्स और जेट इंजन है. इस कदम का उद्देश्य टैरिफ के प्रभाव को कम करना है.
चीनी सरकारी मीडिया से जुड़े एक सोशल मीडिया अकाउंट के अनुसार, अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के 145% टैरिफ पर चर्चा के लिए चीन से संपर्क किया है. यूयुआन तांतियन ने अपने आधिकारिक वीबो अकाउंट पर एक सोर्स का हवाला देते हुए बताया कि अमेरिका ने टैरिफ पर चर्चा करने की उम्मीद में कई चैनलों के माध्यम से चीन से संपर्क कर रहा है.
चीन ने डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर कड़ी असहमति जताई थी और इसे धमकाने वाली रणनीति बताया था. चीन ने कहा था कि इससे उसके आर्थिक विकास में बाधा नहीं आएगी. राहत मांगने के बजाय चीन ने टैरिफ के खिलाफ सार्वजनिक और वैश्विक विरोध को बढ़ावा देने पर फोकस किया है.
अब चीन ने कथित तौर पर अमेरिकी प्रोडक्ट्स की एक लिस्ट तैयार की है, जो उसके 125 फीसदी टैरिफ से छूट में शामिल होंगे. इसमें फार्मा, माइक्रोचिप्स और जेट इंजन है. इस कदम का उद्देश्य टैरिफ के प्रभाव को कम करना है. नोमुरा सिक्योरिटीज ने अनुमान लगाया कि अमेरिका में चीनी निर्यात में संभावित 50% गिरावट के कारण लगभग 16 मिलियन चीनी नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं.
अपनी बात पर अड़ा है चीन चीनी मीडिया का कहना है कि चीन अपने रुख पर अड़ा हुआ है, वह बातचीत में जल्दबाजी करने के बजाय अपनी बात पर अड़ा रहना पसंद कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने टैरिफ के आगे झुकने की तुलना 'जहर पीने' से की है. हालांकि, युयुआन तांतियन पोस्ट ने सुझाव दिया कि अगर अमेरिका संपर्क शुरू करता है, तो चीन इस स्तर पर बातचीत कर सकता है.
ट्रंप का क्या है दावा राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिकी मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनका प्रशासन टैरिफ समझौते पर पहुंचने के लिए चीन के साथ बातचीत कर रहा है, उन्होंने दावा किया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनसे संपर्क किया है. हालांकि, बीजिंग ने ऐसी किसी भी चर्चा से इनकार किया और वाशिंगटन पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि टैरिफ पर कोई परामर्श या बातचीत नहीं हुई है. चीनी अधिकारियों ने लगातार बातचीत के लिए खुलापन व्यक्त किया है, बशर्ते वे समानता, सम्मान और आपसी लाभ पर बेस्ड हों.













