जिनपिंग कुर्सी छोड़ो के नारे, खाली सफेद पन्ने लेकर प्रदर्शन... चीन में क्यों भड़के लोग?
AajTak
उत्तर पश्चिम क्षेत्र की राजधानी उरुमकी में एक इमारत में आग लगने के बाद से लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए हैं. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाए कि कोविड प्रतिबंधों के चलते बचाव कार्य में बाधा हुई, जिससे लोगों की मौत हो गई.
चीन में सख्त कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ लोगों का कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है. बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और राष्ट्रपति जिनपिंग के कुर्सी छोड़ने की मांग कर रहे हैं. बीजिंग और शंघाई के प्रमुख शहरों में छात्रों सहित बड़ी संख्या में लोगों को प्रदर्शन करते देखा गया है. वायरल हो रहे वीडियो में लोगों के हाथों में मोमबत्ती, पोस्टर्स और मोबाइल की टॉर्च दिखाई दे रही है. इसके साथ ही छात्र खाली सफेद पन्ने लेकर भी प्रदर्शन कर रहे हैं.
दरअसल, उत्तर पश्चिम क्षेत्र की राजधानी उरुमकी में एक इमारत में आग लगने के बाद से लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए हैं. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाए कि कोविड प्रतिबंधों के चलते बचाव कार्य में बाधा हुई, जिससे लोगों की मौत हो गई.
Rare protests broke out in China's Xinjiang region opposing prolonged COVID-19 lockdowns, according to footage seen on social media https://t.co/tHXkz5lRon pic.twitter.com/0phutiecBX
रॉयर्टर्स की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ नारेबाजी की. चीन में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते चीनी सरकार ने कई इलाकों में सख्त लॉकडाउन लागू किया हुआ है. रविवार को चीन में कोरोना के 40 हजार मामले सामने आए हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में प्रदर्शनकारियों को 'कम्युनिस्ट पार्टी स्टेप डाउन', 'शी जिनपिंग स्टेप डाउन' और 'झिंजियांग में लॉकडाउन खत्म करो' के नारे लगाते हुए दिखाया गया है. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर कई लोगों को हिरासत में भी लिया है.
शनिवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने पड़ोसियों के साथ शामिल होने वाले बीजिंग निवासी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि वह उरुमकी अपार्टमेंट में आग जैसी आपदाओं की खबर से दुखी हैं. उन्होंने जनवरी की एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया. जिसमें एक गर्भवती महिला का सिर्फ इसलिए गर्भपात को गया क्योंकि उसे अस्पताल में एंट्री नहीं मिल सकी. प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी को बताया कि शनिवार को शंघाई के निवासी मोमबत्ती लेकर इकट्ठा हुए. इस दौरान उन्होंने खाली सफेद कागज भी लिए हुए थे. देखते ही देखते ये सफेद कागज इस प्रदर्शन का मुख्य प्रतीक बन गए.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






