
गुयाना में PM मोदी का 'राम भजन', मंजीरा बजाते वीडियो आया सामने
AajTak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुयाना के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने वहां एक राम भजन कार्यक्रम में शिरकत की. वीडियो अमित मालवीय ने एक्स पर शेयर किया है. इस वीडियो में भारतीय समुदाय के कुछ लोगों को राम भजन गाते देखा जा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुयाना के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने वहां एक राम भजन कार्यक्रम में शिरकत की. वीडियो अमित मालवीय ने एक्स पर शेयर किया है. इस वीडियो में भारतीय समुदाय के कुछ लोगों को राम भजन गाते देखा जा सकता है. पीएम मोदी भी इस दौरान मंजीरा बजाते नजर आए.
गुयाना की संसद को किया संबोधित
इस दौरान उन्होंने गुयाना की संसद को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और गुयाना ने एक जैसी गुलामी और संघर्ष देखा. आजादी की लड़ाई में यहां (गुयाना) में भी और भारत में भी कई लोगों ने अपना जीवन समर्पित किया. जब आजाद हुए तब परिस्थितियां बहुत अलग थीं. दोनों देश आज लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं. लोकतंत्र और मानवता फर्स्ट का सिद्धांत होना चाहिए. हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे डीएनए में हैं. हमारे आचार-व्यवहार में है. लोकतंत्र हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करता है.
यह भी पढ़ें: 'कोरोना में हमने वन अर्थ, वन हेल्थ का मंत्र दिया', गुयाना की संसद में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल लेवल पर सहयोग करें, स्थानीय स्तर पर कार्य करें. उन्होंने कहा कि भारत कहता है कि हर राष्ट्र मायने रखता है. यह ग्लोबल साउथ के जागरण का समय है, एक साथ मिलकर एक नई ग्लोबल व्यवस्था बनाने का समय है. हम द्वीप राष्ट्रों को छोटे देशों के रूप में नहीं, बल्कि बड़े महासागर देशों के रूप में देखते हैं. पीएम मोदी ने अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि ये संघर्ष का समय नहीं है. अंतरिक्ष से लेकर समुद्र तक, यह सार्वभौमिक सहयोग का विषय होना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि हम कभी भी स्वार्थ, विस्तारवादी दृष्टि से आगे नहीं बढ़े हैं और न ही संसाधनों को हड़पने की कोई भावना रखी है. हमने दिखाया है कि लोकतंत्र हमारे डीएनए, दृष्टि और कार्यों में है. 'लोकतंत्र फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट' की भावना के साथ भारत 'विश्व बंधु' के रूप में अपना कर्तव्य निभा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने कोरोना के वक्त 'वन अर्थ, वन हेल्थ' का मंत्र दिया.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







