
खिलाफ था परिवार, मगर एक्टर ने दूसरे धर्म में रचाई थी शादी, बोला- मुसलमान हूं...
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बॉलीवुड अभिनेता जीशान अय्यूब ने अपनी शादी और पर्सनल लाइफ को लेकर खुलकर बात की है. उन्होंने बताया कि उनकी शादी रसिका अगासे से इंटरफेथ मैरिज थी, जिसमें दोनों परिवारों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
बॉलीवुड के कई एक्टर ऐसे हैं, जो अपनी पर्सनल लाइफ को सोशल मीडया का हिस्सा नहीं बनने देते. इस लिस्ट में जीशान अय्यूब का नाम भी शुमार है. जीशान ने 2007 में रसिका अगासे से शादी की थी. रसिका हिंदू धर्म से थीं, जिस वजह से उन्हें शादी में काफी मुश्किलें झेलनी पड़ीं. शादी के सालों बाद एक्टर ने दूसरे धर्म में शादी करने को लेकर बात की है.
इंटरफेथ मैरिज पर बोले जीशान शादी के कई साल बाद जीशान ने Sheroes TV को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं और रसिका नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में मिले थे. वो मेरी सीनयर थीं, क्योंकि उसने पहले ही एंट्रेंस एग्जाम पास कर लिया था. जबिक मैं दूसरी बार में क्वॉलिफाई हुआ था.
जीशान कहते हैं कि NSD में ही वो और रसिका दोस्त बने और दोनों को एक-दूसरे के साथ वक्त बिताना अच्छा लगने लगा. उन्होंने कहा कि रसिका के साथ मेरी पहली डेट बेकार थी. क्योंकि रसिका पहले ही वेन्यू पर पहुंच चुकी थीं, जबकि तब मैं दोस्त के साथ घर से वेन्यू के लिए निकला था. हमने एक-दूसरे को कभी प्रपोज नहीं किया. बस चीजें आगे बढ़ती गईं और हमने शादी का फैसला कर लिया.
प्यार के लिए घर में किया विद्रोह जीशान कहते हैं कि माता-पिता को अपनी शादी के फैसले के बारे में बताना आसान नहीं था. शादी में कई मुश्किलें थीं, क्योंकि ये हिंदू-मुस्लिम शादी थी. इनसे बचने के लिए हमने चार दिन गोवा में बिताए और तय किया कि हम दोनों परिवार से बात नहीं करेंगे. हमने गोवा में वो चार दिन खूब एन्जॉय किए. ठान लिया था कि कुछ भी हो जाए, लेकिन एक-दूजे के होकर रहेंगे.
हम सितंबर में गोवा से लौटे और शादी कर ली. सौभाग्य से दोनों परिवारों के माता-पिता शादी में आए. एक-दो महीने हमने इस बारे में बहुत सोचा कि चीजें कैसे मैनेज होंगी, क्योंकि हम अलग-अलग धर्मों से थे. हमने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी की. क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि हमारी शादी में धर्म की दीवार आड़े आए.
एक्टर ने कहा कि हम दोनों जो चाहें वो करने के लिए फ्री हैं. अगर मैं मुसलमान बनकर रहना चाहता हूं, तो रसिका पर कोई दवाब नहीं डालता हूं. वो हिंदू बनकर रहना चाहती है, तो उसे मुस्लिम चीजों को फॉलो करने का प्रेशर नहीं है.

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