
काबुल में खुलेगा अफगान-हिन्दू रिसर्च सेंटर! नए दौर में भारत अफगानिस्तान संबंध, कई प्रोजेक्ट पर काम करेगा इंडिया
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भारत अफगानिस्तान में अफगान-हिन्दू रिसर्च सेंटर खोलने जा रहा है. इसकी घोषणा अफगानिस्तान तालिबान के एक बड़े मंत्री ने की है. तालिबान के नेता अताउल्लाह ओमारी ने गुरुवार को काबुल में भारत के नए राजदूत करण यादव से मुलाकात की है. इस दौरान दोनों के बीच अफगानिस्तान के कई प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई.
भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंधों में एक अहम पॉजिटिव मोड़ देखने को मिल रहा है. भारत अफगानिस्तान में 'अफगान-हिन्दू' रिसर्च सेंटर खोलने जा रहा है. इसके अलावा भारत अफगानिस्तान में कृषि क्षेत्र में बड़ा काम करने जा रहा है. भारत अफगानिस्तान के एग्रीकल्चर सेक्टर को सुधारने के लिए वहां अधिकारियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग देगा.
गुरुवार को अफगानिस्तान के कृषि, सिंचाई और पशुधन मंत्री मौलवी अताउल्लाह ओमारी ने काबुल स्थित भारतीय दूतावास में भारत के राजदूत करण यादव से मुलाकात की. हाल ही में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री और तालिबानी नेता अमीर खान मुत्ताकी ने नए दिल्ली का एक सप्ताह का दौरा किया था.
इसके बाद भारत ने एक साहसिक कदम उठाते हुए काबुल में अपने राजनयिक मिशन को फिर से स्थापित किया है. इसके बाद भारत ने विदेश सेवा के अधिकारी करण यादव को अफगानिस्तान में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया है.
अफगानिस्तान में लंबे समय तक सेवाएं दे चुके तेज तर्रार अफसर करण यादव से अफगान-तालिबान का नेतृत्व मुलाकात कर रहा है. गुरुवार को अफगानिस्तान के कृषि मंत्री अताउल्लाह ओमारी ने करण यादव से मुलाकात की.
इस मुलाकात पर अफगानिस्तान ने बड़ा बयान जारी किया है. अफगानिस्तान ने कहा है कि अताउल्लाह ओमारी और करण यादव ने कृषि, सिंचाई, पशुधन, कृषि उत्पादों के निर्यात और मशीनीकृत कृषि उपकरणों के आयात जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की.
कृषि मंत्रालय के एक बयान के अनुसार अताउल्लाह ओमारी ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुकूल ढलने में देश की मदद के लिए जलवायु-प्रतिरोधी फसल विकसित करने के लिए रिसर्च पर जोर दिया.

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