कानपुरः रेपिस्ट से 'दोस्ती' की सजा, सिपाहियों को 7 दिन 2-2 घंटे राइफल लेकर दौड़ने का आदेश
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धर्मेंद्र और प्रेमपाल नाम के सिपाहियों ने बच्ची से रेप करने वाले पूर्व इस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी के साथ पूरी यारी निभाई थी. इस मामले में दोनों को दोषी पाया गया है. सजा के तौर पर दोनों सिपाहियों को सुबह दो- दो घंटे तक रायफल लेकर पुलिस लाइन में दौड़ लगानी होगी.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में फंसे रिटायर्ड इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी को निजी कार से पेशी पर ले जाने के मामले में जांच पूरी हो गई है. इस मामले पुलिस विभाग के दो सिपाहियों को दोषी पाया गया है. दोनों सिपाहियों को सात दिन रायफल लेकर दौड़ाने की सजा दी गई है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.