
कहां से आया माफिया? क्या होता है स्ट्रक्चर?... और कैसे करता है काम? जानें, मुकम्मल कहानी
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मैं हूं डॉन... माफिया राज को ग्लैमराइज करने वाला ये डायलॉग आपने कई बार देखा सुना और शेयर किया होगा. कौन है ये डॉन, कहां से आया? डॉन या माफिया का अगर आप मुंबईया कनेक्शन मानते हैं या इसे प्रयागराज-पूर्वांचल की पैदाइश समझते हैं तो जरा ठहरिए. डॉन या माफिया जैसे शब्दों का तो हमने तो सिर्फ इस्तेमाल किया है. असली Mafia तो पैदा हुआ है भारत से 6000 KM दूर, समंदर किनारे बसे इस शहर की मिट्टी में...
रक्त से सने, रंगबाजी से रंगे और थ्रिलर की कंपकंपी देने वाले माफिया, डॉन और अंडरवर्ल्ड जैसे शब्दों का सफर शुरू होता है भूमध्य सागर में बसी आईलैंड सिटी सिसली से. उत्तरी अफ्रीका और यूरोप के बीच बसा सिसली खूबसूरत समुद्री तटों वाला एक शहर है. लेकिन इस शहर की जमीन से संगठित अपराध की वो कहानी शुरू हुई जिसने दुनिया को माफिया शब्द दिया. वो माफिया जो क्राइम की अंतहीन दुनिया का बेताज बादशाह था और जिसकी हनक को चुनौती देने का मतलब था सीधा मौत से टकराना.
भारत के गुंडे दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन, अतीक अहमद, अशरफ, मुख्तार, बृजेश, बजरंगी और न जाने कितने टुटपूंजिए क्रिमिनल इसी सिसली शहर के गैंगवार से पैदा हुए माफिया, डॉन और अंडरवर्ल्ड जैसे शब्दों का टाइटल अपने नाम के आगे पीछे लगाकर भौकाल बनाते रहे हैं. एक दौर था, जब प्रयागराज में अतीक और अशरफ के शूटआउट जैसी घटनाएं सिसली और अमेरिका के न्यूयॉर्क, बफैलो जैसे शहरों में आम थीं.
क्या है माफिया की कहानी? सिसली से निकलकर अमेरिका तक कैसे पहुंचा ये गिरोह? अपराधियों के इस साम्राज्य ने कैसे दो विश्व युद्धों के दौरान दो देशों इटली और अमेरिका में अपनी सामानांतर सरकार बना ली? और कैसे एक समय इस माफिया की मुट्ठी में जज, नेता, सीनेटर, पत्रकार, बिल्डर, गैम्बलर, वेश्याघरों के मालिक कैद रहते थे.
कैसे पनपा माफिया?
माफिया दरअसल संगठित अपराध को अंजाम देने वाले एक गिरोह का नाम है. सबसे पहले माफिया ने अपने पैर इटली में जमाए. सिसली में माफिया फलने-फूलने की कहानी कई साल पुरानी है. 19वीं सदी के मध्य तक सिसली पर कई विदेशी ताकतों ने शासन किया. कहा जाता है कि सिसली पर रोमन, अरब, फ्रेंच और स्पैनिश शक्तियों ने कई सौ साल तक शासन किया. इस दौरान स्थानीय लोगों का जीवन संघर्षों से भरा था. इन्हीं संघर्षों को चुनौती देते हुए सिसली के लोग एकजुट हुए और अपना एक संगठन बना लिया. इस संगठन का काम अपने सदस्यों की स्थानीय लैंडलॉर्ड और विदेशी ताकतों से रक्षा करना, उन्हें न्याय देना और दिलवाना था. ये ग्रुप खानदान और परिवार के आधार पर अपनी पहचान बना रहे थे.
माफिया का मतलब क्या?

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