
ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कल, 2 उम्मीदवारों ने वापस लिया नाम, रेस में हैं ये चार कैंडिडेट
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ईरान में 28 जून यानी शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं. राष्ट्रपति पद की रेस में 4 उम्मीदवार हैं. इसमें सईद जलीली, मोहम्मद बाक़र क़ालीबाफ़, मुस्तफ़ा पोरमोहम्मदी और मसूद पेज़ेशकियान का नाम शामिल है.
ईरान में 28 जून यानी शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं. राष्ट्रपति पद की रेस से 2 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया है. इसमें 53 वर्षीय आमिर हुसैन काजीजादेह हाशमी और तेहरान के मेयर अली रज़ा ज़कानी का नाम शामिल है. अब राष्ट्रपति पद की रेस में 4 उम्मीदवार हैं. इसमें सईद जलीली, मोहम्मद बाक़र क़ालीबाफ़, मुस्तफ़ा पोरमोहम्मदी और मसूद पेज़ेशकियान हैं. बता दें कि ईरान में चुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि पिछले महीने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक विमान हादसे में मौत हो गई थी.
हाशमी ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के साथ ही दूसरे उम्मीदवारों से भी ऐसा करने की अपील की, ताकि क्रांति के मोर्चे को मजबूत किया जा सके. गाजीजादेह हाशमी दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के उपाध्यक्षों में से एक हैं. साथ ही वह एक अहम फाउंडेशन के चीफ के रूप में भी काम कर चुके हैं. उन्होंने 2021 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भी हिस्सा लिया और करीब 1 मिलियन वोट हासिल किए थे, लेकिन वह आखिरी पायदान पर रहे थे.
2 कैंडिडेट्स ने वापस लिए नाम
समाचार एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक हाशमी के अलावा तेहरान के मेयर अलीरेजा ज़कानी ने भी नाम वापस ले लिया, जैसा कि उन्होंने 2021 के चुनाव में पहले किया था जिसमें रईसी को वोट दिया गया था. ज़कानी ने कहा कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी के तीसरे प्रशासन के गठन को रोकने के लिए नाम वापस ले लिया. उनका यह बयान सुधारवादी उम्मीदवार मसूद पेजेशकियन के संदर्भ में था, पेजेशकियन पूर्व ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद ज़रीफ़ के समर्थन से चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्होंने रूहानी के नेतृत्व में विश्व शक्तियों के साथ 2015 का परमाणु समझौता किया था.
अब 4 उम्मीदवार हैं रेस में
2 कैंडिडेट्स की ओर से अपने नाम वापस लेने के बाद अब राष्ट्रपति पद की रेस में 4 उम्मीदवार हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि 2 कट्टरपंथी, पूर्व परमाणु वार्ताकार सईद जलीली और संसदीय अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर कलीबाफ एक ही गुट के लिए लड़ रहे हैं. फिर मसूद पेजेशकियन हैं, जो एक कार्डियक सर्जन हैं, जिन्होंने खुद को रूहानी और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी जैसे अन्य सुधारवादी लोगों और 2009 के ग्रीन मूवमेंट विरोध का नेतृत्व करने वालों के साथ जोड़ने की कोशिश की थी.

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