
इन 5 वजहों से पिछले 3 दिनों में 1400 अंक टूटा शेयर बाजार, समझ लें हिसाब-किताब
AajTak
पिछले तीन दिनों में भारतीय शेयर बाजार 1400 अंक टूटा है. शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 60 हजार के नीचे बंद हुआ और निफ्टी भी लाल निशान में क्लोज हुआ. साल 2022 रिटेल निवेशकों के लिए कुछ खास बेहतर नहीं रहा है.
इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर मार्केट (Share Market) लाल निशान में बंद हुआ. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 60,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से टूटकर नीचे आ गया. निफ्टी (Nifty) भी 18,000 के स्तर से नीचे गिरकर बंद हुआ. 2023 के शुरुआती सप्ताह में मार्केट की चाल ने निवेशकों को निराश किया है. क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के बाद दलाल स्ट्रीट में लौटे विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भी रंग नहीं जमा पा रहे हैं.
वैश्विक स्तर पर बड़े घटनाक्रम
पिछले कुछ हफ्तों में वैश्विक स्तर पर कुछ बड़े घटनाक्रम हुए हैं. चीन में बढ़ते कोविड के मामले ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है. यूस फेडरल रिजर्व ने ब्याद दरों में बढ़ोतरी को लेकर नरमी बरतने के संकेत नहीं दिए हैं. बीते दिनों इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने अमेरिका, यूरोप और चीन में मंदी के संकेत दे दिए हैं. इस वजह से आर्थिक मंदी की आशंका अमेरिका में गहराने लगी है. इस सप्ताह की शुरुआत में कच्चे तेल की कीमतों में दो दिन में 9 प्रतिशत की गिरावट ने डिमांड को लेकल टेंशन बढ़ा दी है.
घरेलू खुदरा निवेशकों के लिए खराब रहा साल
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ग्लोबल अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है, तो भारत इसका अपवाद नहीं होगा. इसलिए फिलहाल वैश्विक स्तर पर निवेशक स्थिति का जायजा ले रहे हैं. घरेलू खुदरा निवेशकों के लिए 2022 थोड़ा निराशाजनक था, जिसे इक्विटी बेंचमार्क से 4 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त हुआ था. लेकिन वैश्विक स्तर पर प्रमुख बाजार (रूस को छोड़कर) पिछले साल स्थानीय मुद्राओं में 25 प्रतिशत तक गिर गए. इस सप्ताह रुपये के नए निचले स्तर पर गिरने के साथ FPI के पास खेल बिगाड़ने के कई कारण हैं.
वैल्यूएशन













