
इधर बातचीत को सऊदी अरब गए जेलेंस्की, पीछे से रूस को यूकेन ने दी बड़ी चुनौती! ड्रोन अटैक से दहलाया मॉस्को
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रूस पर ये हमले ऐसे समय पर किए गए, जब राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सऊदी अरब पहुंचे हैं, जहां उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. सऊदी के क्राउन प्रिंस के बीच यह मुलाकात शांति समझौते के लिए यूक्रेन के अधिकारियों और सऊदी-अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को होने वाली वार्ता से पहले हुई.
यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बनाकर धड़ाधड़ ड्रोन हमले किए हैं. इन हमलों की वजह से रूस के दो बड़े एयरपोर्ट्स को बंद करना पड़ा. इससे कई रिहायशी इलाकों में नुकसान भी हुआ है.
मॉस्को के मेयर सर्गेइ सोबयानिन ने कहा कि यूक्रेन की ओर से दागे गए 60 ड्रोन को नष्ट किया गया.उन्होंने कहा कि यूक्रेन के ड्रोन को हवा में मार गिराने की वजह से उसका मलबा एक इमारत पर गिरा, जिससे उस इमारत की छत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. हालांकि, इस दौरान कोई घायल नहीं हुआ. मॉस्को मेयर का कहना है कि यूक्रेन के सबसे बड़े ड्रोन हमले को नेस्तनाबूद किया गया.
रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन ने उस पर 300 से ज्यादा ड्रोन हमले किए. हालांकि, उन्हें समय पर ही हवा में ही मार गिराया गया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सऊदी अरब पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद तीखी बहस के बाद उनके सऊदी दौरे को अहम माना जा रहा है. रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर पीस एग्रीमेंट पर यहां बातचीत होगी.
बता दें कि रूस पर ये हमले ऐसे समय पर किए गए, जब राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सऊदी अरब पहुंचे हैं, जहां उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. सऊदी के क्राउन प्रिंस के बीच यह मुलाकात शांति समझौते के लिए यूक्रेन के अधिकारियों और सऊदी-अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को होने वाली वार्ता से पहले हुई.
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करने के बाद जेलेंस्की ने कहा कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के साथ मुलाकात अच्छी रही. वैश्विक मामलों और यूक्रेन को सपोर्ट करने के लिए उनके गंभीर और संयमित रुख के हम शुक्रगुजार हैं. हमने द्विपक्षीय संबंधो से लेकर आपसी सहयोग बढ़ाने तक कई मुद्दों पर चर्चा की. मैं मानता हूं कि क्राउन प्रिंस के प्रयासों की वजह से वास्तविक शांति आ सकेगी. सऊदी अरब डिप्लोमेसी का अहम प्लेटफॉर्म है और हम इसकी सराहना करते हैं.

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