आपके जिले में कब खत्म होगा लॉकडाउन? UNLOCK के लिए ये हैं तीन शर्त
The Quint
Unlock guidelines: आपके जिले में कब खत्म होगा लॉकडाउन? UNLOCK के लिए ये हैं तीन शर्त, 5% से कम पॉजिटिविटी और संवेदनशील आबादी में 70% वैक्सीनेशन. when can a district unlock? covid-19 unlockdown terms laid down by government task force.
मंगलवार को केंद्र सरकार के कोविड-19 टास्क फोर्स ने जिलों में कोविड-19 लॉकडाउन को हटाने के लिए आवश्यक शर्तों की घोषणा की. इसके अनुसार अनलॉकडाउन के लिये प्रति सप्ताह 5% से कम पॉजिटिविटी, कोविड-19 के प्रति संवेदनशील आबादी में 70% लोगों का वैक्सीनेशन और कोविड संबंधित उचित व्यवहार का समाज द्वारा अपनाया जाना जरूरी है.60 वर्ष से ज्यादा उम्र और 45+ ऐज ग्रुप में गंभीर बीमारी वाले लोगों को कोविड-19 के प्रति संवेदनशील आबादी मानते हैं.कोविड-19 टास्क फोर्स की तरफ से अनलॉकडाउन के लिए इन शर्तों की घोषणा तब हुई है जब भारत के 718 जिलों में से लगभग आधे (344) में प्रति सप्ताह 5% से कम पॉजिटिविटी रेट रिपोर्ट किया जा रहा है और स्वास्थ्य मंत्रालय के वैक्सीनेशन डेटा के अनुसार 13 मई तक 45+ ऐज ग्रुप वाले 32% लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग गया है.मंगलवार को ICMR के डायरेक्टर जनरल और कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि "लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों को हटाने से मामलों में अचानक तेजी नहीं आएगी लेकिन जिलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वैक्सीनेशन को प्राथमिकता दी जाए"."ताकि तीसरी लहर नहीं आए, उन जिलों को थोड़ा खोलना चाहिए जहां 5% से कम पॉजिटिविटी है...उन्हें धीरे-धीरे कर कर खोलना चाहिए.उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संवेदनशील आबादी में कम से कम 70% लोगों का वैक्सीनेशन हो गया हो...अगर यह अब तक नहीं हुआ है तो उन्हें पहले वैक्सीनेट करना चाहिए और फिर खोलना चाहिए" डॉ. बलराम भार्गव जिलों में पॉजिटिविटी रेट की स्थितिडॉ. भार्गव ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में 200 से कम ऐसे जिले थे जहां पॉजिटिविटी 10% से अधिक थी लेकिन अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक लगभग 600 जिलों में पॉजिटिविटी 10% से अधिक थी.आज देश के 239 जिलों में 10% से अधिक पॉजिटिविटी है, 145 जिलों में पॉजिटिविटी 5% से 10% के बीच है जबकि भारत के लगभग आधे जिले में यह 5% से कम है.वैक्सीन मिक्सिंग अभी रणनीति का हिस्सा नहींमंगलवार को ही कोविड-19 टास्क फोर्स के हेड डॉ. वी.के पॉल ने बताया कि भारत कोविशिल्ड और कोवैक्सीन का दो डोज ही देता रहेगा ,यानी भारत के वैक्सीन रणनीति में अभी वैक्सीनों की मिक्सिंग शामिल नहीं है."यह संभावना है कि दूसरे वैक्सीन को लेने से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव दिख सकता है. यह एक वैज्ञानिक विचार है, खास...More Related News