आज ही फुल करवा लें टंकी, मंगलवार को कई शहरों में हो सकती है पेट्रोल-डीजल की किल्लत
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सरकार ने जैसे ही ड्यूटी कम की, डीजल और पेट्रोल दोनों की खुदरा कीमतें एक झटके में कम हो गईं. डीलर्स का कहना है कि उन्होंने एक दिन पहले अधिक कीमत पर डीजल और पेट्रोल का स्टॉक खरीदा था. ड्यूटी में कमी के बाद उन्हें कम भाव पर बेचना पड़ गया.
डीजल (Diesel) और पेट्रोल (Petrol) पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) कम करने के बाद देश भर के पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (Petroleum Dealers Association) नाराज चल रहे हैं. पेट्रोल पंप (Petrol Pump) चलाने वालों का कहना है कि अचानक दाम में भारी कटौती कर देने से उन्हें नुकसान हुआ है. इस कारण पेट्रोलियम डीलर्स कल मंगलवार (31 मई) को खुलकर विरोध जाहिर करने वाले हैं. इसके तहत डीलर्स ने सरकारी तेल कंपनियों (OMCs) से मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं खरीदने का निर्णय लिया है. वहीं कुछ शहरों में डीलर्स ने मंगलवार को डीजल-पेट्रोल नहीं बेचने का फैसला किया है.
ये मांग कर रहे पेट्रोलियम डीलर्स
पेट्रोलियम डीलर्स सरकार से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. डीलर्स का कहना है कि डीजल और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में अचानक कटौती करने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है. सरकार ने जैसे ही ड्यूटी कम की, डीजल और पेट्रोल दोनों की खुदरा कीमतें एक झटके में कम हो गईं. डीलर्स का कहना है कि उन्होंने एक दिन पहले अधिक कीमत पर डीजल और पेट्रोल का स्टॉक खरीदा था. ड्यूटी में कमी के बाद उन्हें कम भाव पर बेचना पड़ गया. इसके अलावा डीलर्स ये भी कह रहे हैं कि साल 2017 के बाद मार्जिन में कोई बदलाव नहीं किया गया है, इससे भी उन्हें नुकसान हो रहा है.
इस राज्य में बंद रहेंगे पेट्रोल पंप
महाराष्ट्र के डीलर्स ने इन मांगों को लेकर मंगलवार को डीजल-पेट्रोल न खरीदने और न ही बेचने का ऐलान किया है. फेडरेशन ऑफ ऑल महाराष्ट्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने कहा कि राज्य में करीब 6,500 पेट्रोल पंप हैं और मंगलवार के विरोध में सभी हिस्सा ले रहे हैं. एसोसिएशन का कहना है कि 2017 के बाद से कमीशन को एक पैसा भी नहीं बढ़ाया गया है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने टैक्स अचानक कम कर दिया, जिसके चलते महाराष्ट्र के पेट्रोल पंपों को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र सरकार से इस नुकसान की भरपाई करने की मांग की.
हर पेट्रोल पंप को इतना नुकसान