
अलास्का में ट्रंप-पुतिन की मीटिंग रही सकारात्मक, अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- NATO और जेलेंस्की से जल्द करेंगे संवाद
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डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में बैठक खत्म हो गई है. दोनों नेताओं ने साझा प्रेस वार्ता कर इस बैठक को सकारात्मक बताया है. ट्रंप ने कहा कि अभी कुछ विषयों पर सहमति नहीं बनी है. वहीं पुतिन ने अलास्का में बैठक आयोजित करने के लिए ट्रंप का धन्यवाद किया.
अलास्का में यूक्रेन संघर्ष के संभावित समाधान को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक हुई. इस बैठक में दोनों देश के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुए. यह बैठक 2 घंटे 45 मिनट तक चली. बैठक के बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेस वार्ता की. इस दौरान दोनों ने बैठक को सकारात्मक बताया है.
एंकरेज शहर स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य अड्डे से पुतिन ट्रंप की गाड़ी 'द बीस्ट' में बैठक साथ समिट स्थल तक पहुंचे. दोनों के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई. इस दौरान अमेरिका ने शक्ति प्रदर्शन किया. सैन्य अड्डे के आसमान में अमेरिका के फाइटर जेट्स उड़ते नजर आए.
प्रेस वार्ता के दौरान पुतिन और ट्रंप ने क्या कहा?
व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को सात सालों बाद किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ प्रेस वार्ता की है. अमूमन जब अमेरिका मेजबानी करता है तो वहां के राष्ट्रपति पहले प्रेस को संबोधित करते हैं. लेकिन, इस बार ऐसा नहीं हुआ. इस बार पुतिन ने पहले पत्रकारों को संबोधित किया.
व्लादिमीर पुतिन ने प्रेस वार्ता के शुरुआत में कहा कि अमेरिका और रूस भले ही महासागरों से अलग हैं, फिर भी बहुत करीबी पड़ोसी हैं. जब मैंने ट्रंप से हाथ मिलाया तो मैंने कहा, 'नमस्ते पड़ोसी'.
उन्होंने इसके बाद अलास्का इतिहास दिलाते हुए कहा कि अलास्का में मौजूद रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च दोनों देशों के बीच रिश्ते को फिर से मजबूत करने में मदद कर सकता है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







