
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कोरोना पॉजिटिव, लगवा चुके हैं वैक्सीन की दोनों डोज
AajTak
जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में खुद को आइसोलेट कर लिया है. इस दौरान वो आइसोलेशन में ही अपने सारे काम करते रहेंगे. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक व्हाइट हाउस राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की जानकारी को लेकर रोज एक बुलेटिन जारी करेगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस बारे में व्हाइट हाउस का कहना है कि उन्हें इसके सामान्य लक्षण हैं और वो आइसोलेशन से काम करना जारी रखेंगे.
अमेरिका के अब तक के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्र 79 है. कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें नाक बहने, थकान और सूखी खांसी की समस्या है. व्हाइट हाउस के डॉक्टर केविन ओ कॉनोर ने इसकी जानकारी दी है. राष्ट्रपति जो बाइडेन को एंटीवायरल पैक्सलोविड ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.
वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं बाइडेन व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन पिएरे ने एक बयान में कहा- जो बाइडेन का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है. उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दो डोज ली हैं. अभी उन्हें कोरोना के सामान्य लक्षण हैं.
उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की गाइडलाइंस के मुताबिक बाइडेन ने व्हाइट हाउस में खुद को आइसोलेट कर लिया है. इस दौरान वो आइसोलेशन में ही अपने सारे काम करते रहेंगे. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक व्हाइट हाउस राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की जानकारी को लेकर रोज एक बुलेटिन जारी करेगा.
वायरल हुई थी कैंसर होने की खबर इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन को कैंसर है, ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं. हालांकि बाद में इसे लेकर व्हाइट हाउस ने सफाई दी कि प्रेसिडेंट बाइडेन अपने स्किन कैंसर के ट्रीटमेंट का जिक्र कर रहे थे. उन्होंने भूल वश इसे ही कैंसर कह दिया.
प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने मैसाच्युसेट्स में कोयले की एक पुरानी खदान का दौरा करते वक्त अपने एक संस्मरण में कहा था कि डेलावेयर के पास रहने वाले उनके जैसे कई लोग कैंसर के साथ बड़े हुए. बाइडेन के बचपन का लंबा वक्त डेलावेयर के क्लेमॉन्ट में बीता है. ये इलाका तेल रिफाइनरीज वाला है. बाइडेन यहां एक कार्यक्रम में ग्लोबल वार्मिंग ओर तेल रिफाइनरीज के उत्सर्जन को लेकर ही बातचीत कर रहे थे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






