
अमेरिका के साथ 'फर्स्ट फ्रेमवर्क डील' लगभग पक्की, अधिकारी बोले- अबतक All is Well
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अमेरिका से तनाव के बीच भारत की ओर से निर्यात संकेत भी सकारात्मक बने हुए हैं. अक्टूबर के मुकाबले नवंबर 2025 में अमेरिका के लिए भारतीय निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो लगभग 10.61% की बढ़ोतरी के साथ 6.98 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया
साल 2025 बीतने वाला है, इस बीच भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत अहम मोड़ पर पहुंच चुकी है. वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने 15 दिसंबर 2025 को बताया कि दोनों देशों के बीच फर्स्ट फ्रेमवर्क ट्रेड डील लगभग तैयार है, हालांकि इसकी तारीख अभी तक तय नहीं हुई है.
राजेश अग्रवाल ने बताया कि दोनों देशों के बीच 6 दौर की बातचीत के बाद पहला समझौता लगभग अंतिम चरण में है, लेकिन बातचीत जारी रहेगी और कोई समयसीमा नहीं दी जा सकती.
दरअसल, यह समझौता व्यापारिक बाधाओं को कम करने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है, खासकर पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariffs) के मुद्दे को लेकर बात आगे बढ़ रही है, इससे अब दोनों देशों को उम्मीद है कि इससे उच्च शुल्कों को कम करने और निर्यात-आयात बाधाओं को सुलझाने में मदद मिलेगी.
टैरिफ के साथ अमेरिका के साथ व्यापार जारी
राजेश अग्रवाल ने यह भी कहा कि भारत के बासमती चावल को लेकर भी चर्चा चल रही है. क्योंकि तमाम प्रोडक्ट्स पर 50% टैरिफ के बावजूद भारत से अमेरिका को बासमती की आपूर्ति जारी है.
इस डेवलपमेंट से पहले, अमेरिकी डिप्टी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव की भारत यात्रा के दौरान भी दोनों देशों के बीच व्यापार माहौल को लेकर बातचीत हुई. दोनों पक्षों ने बताया कि बातचीत अब सिर्फ औपचारिक दौरों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भौतिक और वर्चुअल ढंग से विविध मुद्दों पर आगे बढ़ेगी.













