
अमिताभ ने पूरा किया वादा, गरीब केबीसी कंटेस्टेंट के घर बनवाया बाथरूम, मां को दिया तोहफा
AajTak
अमिताभ बच्चन के शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 16 में जयंत दुले नाम के शख्स ने शिरकत की थी. हुगली के दूरस्थ गांव आघाई से आए जयंत केबीसी में हॉट सीट पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने बिग बी के साथ अपने परिवार के संघर्षों और कठिनाइयों को शेयर किया था. ऐसे में बिग बी ने उनसे एक वादा किया था.
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर अपनी दयालुता का परिचय दिया है. पश्चिम बंगाल के हुगली के अरंबाग का एक परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. उनके घर में कोई स्वच्छ शौचालय नहीं था. ऐसे में बिग बी के समय पर हस्तक्षेप से अब परिवार को एक स्वच्छ शौचालय मिल गया है. परिवार की महिलाओं को इस पहल का सबसे ज्यादा फायदा होगा.
तालाब में नहाती थीं मां और बहन
असल में पिछले साल अमिताभ बच्चन के शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 16 में जयंत दुले नाम के शख्स ने शिरकत की थी. हुगली के गोघाट में बंगई ग्राम पंचायत में आने वाले एक दूरस्थ गांव आघाई से आए जयंत केबीसी में हॉट सीट पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने होस्ट अमिताभ बच्चन के साथ अपने परिवार के संघर्षों और कठिनाइयों को शेयर किया था. जयंत ने खुलासा किया था कि उनके घर में बाथरूम नहीं है, जिसके कारण न केवल पुरुषों को बल्कि उसकी मां और बहन को भी खुले में नहाना पड़ता है. वह अक्सर पास के तालाब में नहाती हैं.
इमोशनल अमिताभ ने किया था बड़ा वादा
इस खुलासे ने अमिताभ बच्चन को गहराई से प्रभावित किया था. उस दिन स्टूडियो में मौजूद होस्ट और सभी लोग जयंत की गरीबी और वंचना की कहानी से भावुक हो गए थे. बिग बी, जयंत की स्थिति से इतना प्रभावित हुए थे कि एपिसोड के कुछ दिनों बाद उन्होंने खुद उनसे संपर्क किया और वादा किया था कि वे उनके परिवार के लिए एक उचित बाथरूम बनवाएंगे. इसका पूरा खर्च अमिताभ खुद उठाएंगे.
'शहंशाह' ने जो वादा किया था, इसे उन्होंने पूरा भी किया. जयंत दुले के घर में एक ब्रांड न्यू, अच्छी तरह से निर्मित बाथरूम बन गया है. साथ ही गेट पर प्लाक भी लगाया गया है, जिसपर लिखा है- 'अमिताभ बच्चन द्वारा उपहार में दिया गया.' ध्यान देने वाली बात ये भी है कि जयंत दुले 2024 के केबीसी सीजन 16 के पहले सप्ताह के विजेता थे. उन्होंने अपनी बुद्धि और ज्ञान से 12,50,000 जीते थे. उनकी जीत से शो में मौजूद सभी लोग प्रभावित हुए थे. लेकिन उनकी परिवार की कठिनाई की कहानी ने दर्शकों पर लंबे समय तक भावनात्मक प्रभाव छोड़ा.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










