
Wipro के बाद अब इस कंपनी में Moonlighting करते पकड़े गए कर्मचारी, गई नौकरी
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देश में Moonlighting को लेकर बहस उस समय तेज हो गई थी, जब एक साथ दो नौकरियां करने की पॉलिसी को विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने सीधे या सरल शब्दों में धोखा करार दिया था. इसके बाद उनकी ही कंपनी में सैकड़ों कर्मचारियों को ऐसा करते पाए जाने पर टर्मिनेट करने की खबर के बाद यह मुद्दा और भी गर्मा गया.
मूनलाइटिंग (Moonlighting) यानी एक नौकरी करते हुए दूसरी जॉब करना या एक साथ दो कंपनियों के लिए काम करना. ये मुद्दा बीते कुछ समय से देश में गर्माया हुआ है. हाल ही में आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) में एक दो नहीं बल्कि करीब 300 कर्मचारी एक साथ दो नौकरी करते पाए गए थे, जिन्हें कंपनी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. वहीं अब एक और आईटी कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज (Happiest Minds) ने कुछ कर्मचारियों को ऐसा करने पर नौकरी से निकाला है.
एक साल में कई कर्मचारियों पर कार्रवाई
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक आईटी सेक्टर की कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज (Happiest Minds Technologies) ने मूनलाइटिंग के खिलाफ सख्त लहजे में कहा है, 'कर्मचारियों का एक साथ दो संस्थानों के लिए काम करना अस्वीकार्य है. यह नौकरी के अनुबंध का उल्लंघन करता है.'
कंपनी ने पिछले 6 से 12 महीनों में इस तरह की गतिविधियों में शामिल कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.
कंपनी ने नहीं बताई सटीक संख्या
हालांकि, कंपनी ने Moonlighting करते पकड़े जाने पर नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया है. एक बयान में कंपनी ने कहा कि यह पॉलिसी बहुत प्रचलित नहीं है और जो कर्मचारी मूनलाइटिंग करते पाए गए हैं, उन्हें तत्काल नौकरी से बाहर कर दिया गया है.













