
Operation Sindoor पाने की रेस में दौड़ा बॉलीवुड, 15 मेकर्स ने नाम रजिस्टर कराने के लिए भेजा आवेदन, किसे मिलेगा टाइटल
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बॉलीवुड में ऑपरेशन सिंदूर टाइटल को रजिस्टर कराने की होड़ लग गई है. FWICE को इसके लिए 15 फिल्म मेकर्स ने अप्रोच किया है. हालांकि अभी ये फैसला नहीं लिया गया है कि टाइटल फाइनली किसे मिलेगा. पर ये देखना तो दिलचस्प होगा कि इस एयर स्ट्राइक पर कौन फिल्म बना पाता है.
भारत की ओर से हाल ही में चलाए ऑपरेशन सिंदूर के बाद, फिल्म इंडस्ट्री में इस टाइटल को लेकर होड़ मच गई है. फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉई (FWICE) के अध्यक्ष बी.एन. तिवारी ने इंडिया टुडे/आजतक से बातचीत में इसका खुलासा किया. उन्होंने बताया कि अब तक करीब 15 फिल्म मेकर्स और स्टूडियो ने इस टाइटल को रजिस्टर कराने के लिए आवेदन दिया है. ये रजिस्ट्रेशन इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स असोसिएशन (IMPPA) के माध्यम से किया जा रहा है.
'ऑपरेशन सिंदूर' पर बनेगी फिल्म
सोर्स की मानें तो फिल्म इंडस्ट्री में ये चलन नया नहीं है. जब भी कोई बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा या घटना सामने आती है, फिल्म मेकर्स तुरंत उससे जुड़ा टाइटल रजिस्टर कराने की कोशिश करते हैं. भले ही उस पर फिल्म बने या न बने, लेकिन टाइटल सुरक्षित रखना जरूरी होता है. ‘उरी’, ‘वॉर’ और ‘फाइटर’ जैसी फिल्मों की सफलता के बाद से ये देखा गया है कि वॉर या देशभक्ति पर बेस्ड कहानियां दर्शकों के बीच बेहद पॉपुलर हैं.
नाम रजिस्टर कराने की होड़
फिल्म मेकर अशोक पंडित ने इस बारे में बात की और माना कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को रजिस्टर कराने के लिए आवेदन दिया है. उन्होंने कहा कि 'फिल्म बनेगी या नहीं, ये अभी कहना मुश्किल है, लेकिन जब कोई बड़ा और देश से जुड़ा मुद्दा सामने आता है, तो बतौर निर्माता हमारा पहला कदम होता है टाइटल रजिस्टर कराना. बिना टाइटल के फिल्म की प्लानिंग भी शुरू नहीं की जा सकती.'
अशोक पंडित ने ये भी कहा कि वो इस टॉपिक से भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि 'मैं जानता हूं कि ये देश किन परिस्थितियों से गुजरा है. पाकिस्तान से हमने 30–35 साल से जो कुछ झेला है, वो किसी से छुपा नहीं है, मैं खुद उस दर्द को महसूस करता हूं, क्योंकि मेरी कम्युनिटी ने इस आतंक से सीधा नुकसान झेला है.'













