
India-Pakistan Trade: डायरेक्ट नहीं, लेकिन इस रास्ते से पाकिस्तान अब भी भारत से मंगाता है करोड़ों के ये सामान!
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2019 पुलवामा अटैक और जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) से धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही दोनों देशों के बीच सीधा व्यापार लगभग बंद था और भारत ने पाकिस्तान से आयात (Pakistan Import) की जाने वाली चीजों पर 200% टैरिफ लगाया था और उसे 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' (MFN) का दर्जा वापस ले लिया था. अब सभी तरह के द्विपक्षीय संबंध रद्द कर दिए गए हैं.
पहलगाम में आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव (India-Pakistan Trade) बढ़ चुका है. भारत ने पाकिस्तान पर सिंधु जल समझौता (Indus Water Treaty) को रद्द करने जैसे कई कड़े फैसले लिए हैं. जवाब में पाकिस्तान की ओर से भी शिमला समझौता को रद्द किया है. इसके अलावा, अटारी और वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. जिससे अब दोनों देशों के बीच किसी भी तरह का सीधा व्यापार होना संभव नहीं है.
हालांकि 2019 पुलवामा अटैक और जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) से धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही दोनों देशों के बीच सीधा व्यापार लगभग बंद था. भारत ने पाकिस्तान से आयात (Pakistan Import) की जाने वाली चीजों पर 200% टैरिफ लगाया था और उसे 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' (MFN) का दर्जा वापस ले लिया. पाकिस्तान ने भी भारत के साथ सभी द्विपक्षीय कारोबार को निलंबित करने का ऐलान किया था. लेकिन अभी इन दोनों देशों के बीच तीसरे देश के माध्यम से व्यापार होता है.
तीसरे देश के माध्यम से व्यापार बंद करने का ऐलान पाकिस्तान ने कहा है कि अब वह किसी भी देश के माध्यम से भारत का सामान नहीं खरीदेगा. यह फैसला पाकिस्ताान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद लिया गया. वहीं ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के मुताबिक, इस सीमा बंद होने से केवल औपचारिक व्यापार रुकने की उम्मीद है, मांग नहीं. पाकिस्तान भारतीय सामनों को तीसरे देशों से ऊंच कीमत पर खरीद सकता है.
GTRI का कहना है कि सीधा व्यापार बंद होने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच कारोबार 10 अरब डॉलर का संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर के माध्यम से हुआ है.
किन देशों के माध्यम से होता है भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार सीधा व्यापार बंद होने के बाद भी, पाकिस्तान दुबई, सिंगापुर, और अन्य तीसरे देशों के माध्यम से सामान मंगाता है. जैसे- भारत दुबई को सामान निर्यात करता है, जो बाद में पाकिस्तान को बेचा जाता है. 2023 में इस तरह के इनडायरेक्ट ट्रेड की वैल्यू 523 मिलियन डॉलर थी.













