222 बंधक और गोले दागते हमास-हिज्बुल्ला... 17 दिन से बॉर्डर पर बेबस इजरायल की ग्राउंड फोर्स!
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हमास से जंग के 17 दिन बाद भी 222 इजरायली और विदेशी नागरिक गाजा पट्टी में बंधक हैं. दुनियाभर में अपने खुफिया ऑपरेेशन्स को अंजाम देने के लिए जानी जाने वाली मोसाद अब तक बंधकों को छुड़ाने के लिए किसी सफल ऑपरेशन को अंजाम नहीं दे सकी है. इतना ही नहीं इजरायली सेना द्वारा ग्राउंड ऑपरेशन भी शुरू नहीं किया जा सकता है.
तारीख थी 27 जून 1976... इजरायल की राजधानी तेल अवीव से एक विमान ने ग्रीस की राजधानी एथेंस के लिए उड़ान भरी. फ्लाइट में 246 यात्री और क्रू मेंबर्स मौजूद थे. इस विमान को फिलिस्तीनी आतंकियों ने अपहरण कर लिया. इस विमान को युगांडा ले जाया गया. इजरायल की खुफिया एजेंसी और कमांडोज ने अपने नागरिकों को बचाने के लिए 'ऑपरेशन थंडरबोल्ट' को अंजाम दिया. अपहरण के 7 दिन के भीतर 4 जुलाई को 4000 किलोमीटर दूर युगांडा जाकर इजरायल के कमांडोज ने न सिर्फ आतंकियों का सफाया कर दिया, बल्कि एयरपोर्ट पर खड़े युगांडा के सभी फाइटर प्लेन को भी तबाह कर दिया था और अपने नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया था. इस ऑपरेशन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी शामिल थे. इस ऑपरेशन में उनके भाई योनाथन नेतन्याहू की जान चली गई थी. इस ऑपरेशन के लिए मोसाद की दुनियाभर में तारीफ हुई थी.
ऑपरेशन थंडरबोल्ट: जब इज़रायल ने सबसे खतरनाक शासक की जमीन से अपने नागरिकों को बचाया
करीब 47 साल बाद इजरायल फिर से अपने नागरिकों को हमास द्वारा बंधक बनाए जाने वाले संकट का सामना कर रहा है. 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों द्वारा इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचाने के 17 दिन बीत चुके हैं. 1400 इजरायली लोगों की जान जा चुकी है और 222 इजरायली और विदेशी नागरिक हमास के कब्जे में अब तक हैं. इस दौरान इजरायल ने गाजा में हजारों बम गिराए हैं. मरने वालों की तादाद 5000 के करीब पहुंच चुकी है लेकिन बॉर्डर पर तैनात इजरायली फोर्स या खुफिया एजेंसी मोसाद अब तक बंधकों को छुड़ाने के लिए किसी सफल ऑपरेशन को अंजाम नहीं दे सकी है.
ऐसे में इजरायल का मोसाद पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल ये भी है कि क्या इजरायली सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के दिमाग में कोई बड़ा प्लान काम कर रहा है. बम से गाजा में तबाही मचा रही इजरायली सेना ग्राउंड ऑपरेशन से बच क्यों रही है और मोसाद वेट एंड वॉच के मोड में क्यों दिख रहा है?
बंधकों को छुड़ाने की इजरायली सेना की पहली कोशिश फेल
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान उसके सैकड़ों नागरिकों को बंधक बना लिया था. इजरायल लगातार उन्हें छुड़ाने की कोशिश में जुटा है. इन बंधकों को गाजा पट्टी में अलग अलग जगहों पर रखा गया है. इजरायल की सेना ने रविवार को भी गाजा पट्टी में घुसकर बंधकों को छुड़ाने की कोशिश की. लेकिन वह नाकाम रही. हमास द्वारा दागी गई एंटी-टैंक मिसाइल से उसके एक सैनिक की मौत हो गई है. इस दौरान तीन इजरायली सैनिक घायल भी हुए हैं.
अमेरिका के व्हाइट हाउस ने गाजा युद्ध पर बड़ी जानकारी दी. बता दें कि गाजा पर अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा ने संयुक्त बयान दिया है. व्हाइट हाउस के मुताबिक, सभी देशों ने ये माना है कि युद्धविराम के लिए जो भी जरूरी समझौता है, उस पर इजरायल और हमास को काम करना चाहिए. देखें यूएस टॉप-10.
गाजा में इजरायली सुरक्षाबलों और हमास के बीच संघर्ष जारी है. इसी बीच हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत की संख्या बढ़कर 36,731 हो गई है, जबकि 83,530 लोग घायल हो गए हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में 77 लोगों की मौत हो गई.