
2 साल से टीवी से दूर पवित्रा पुनिया, फिल्म करने का नहीं कोई इरादा, बोलीं- नहीं देखा सपना
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पवित्रा पुनिया, टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस रही हैं. करियर में नाम, पैसा, शोहरत, सबकुछ कमाया है. लेकिन आजकल वो टीवी नहीं, बल्कि रियलिटी शोज और ओटीटी प्लेटफॉर्म को एक्स्प्लोर करने का सोच-विचार कर रही हैं.
जन्म का नाम- नेहा सिंह, कर्म का नाम- पवित्रा पुनिया. टीवी की वो एक्ट्रेस, जिसने जिंदगी में स्ट्रगल नहीं किया. हाइट और लुक्स के चलते खुद ही इन्हें मॉडलिंग और कमर्शियल एड्स के ऑफर्स आने लगे. पवित्रा ने अपना पहला शो बतौर लीड एक्ट्रेस सिद्धार्थ शुक्ला के साथ किया. सिर्फ इतना ही नहीं, रियलिटी शो से करियर की शुरुआत की थी. आजकल 'रियलिटी रानीज ऑफ द जंगल' के सीजन 2 में नजर आ रही हैं.
परिवार ने भले ही ग्लैमरस इंडस्ट्री में जाने की इजाजत नहीं दी, लेकिन अपनी राह इन्होंने खुद बनाई. आज पवित्रा अपनी हाजिरजवाबी के लिए जानी जाती हैं. काम के लिए जानी जाती हैं. और ऐसा जज्बा रखती हैं कि कोई भी इनकी पर्सनैलिटी देखकर इम्प्रेस हो जाए.
आपका असली नाम नेहा सिंह है, 'पवित्रा पुनिया' बनने की कहानी क्या है? बतौर बच्चे हमें नहीं पता होता कि हमारे पेरेंट्स हमें क्या नाम देंगे. जब मुझे समझ आया जिंदगी के बारे में तो लगा कि मुझे कुछ मैच्योर होने की जरूरत है. मुझे काफी सारे ऑफर्स आने लगे थे. मॉडलिंग, ऐड्स वगैराह के. जब मेरा नाम अनाउंस होता था तो शुरू होने से पहले ही खत्म सा हो जाता था, ये मैंने अहसास किया था. मेरे मुताबिक, पर्सनैलिटी मायने रखती है. लुक्स मायने नहीं रखते. ऐसे में मुझे लगा कि मेरा नाम हल्का नहीं होना चाहिए. मैंने इस नाम के बारे में सोचा कि पवित्रा पुनिया रखते हैं. जो है वो है, पवित्रा हूं मैं.
दिल्ली की गलियों से टीवी तक का सफर कैसा रहा? आईपीएस ऑफिसर से रियलिटी रानी तक का सफर मेरा रहा है. मैंने ज्यादातर रियलिटी शोज किए हैं. करियर की शुरुआत भी मेरी रियलिटी शो से ही हुई थी. मैं अपनी ऑडियन्स को गुमराह नहीं करूंगी, लेकिन मैंने कभी स्ट्रगल किया ही नहीं है. मैं शुरुआत से ही ब्लेस्ड रही हूं करियर में. मुझे ये भी नहीं पता था कि मैं एक्टिंग में आऊंगी, क्योंकि मैं शुरू से ही आईपीएस ऑफिसर ही बनना चाहती थी. लेकिन स्थिति ऐसी चली गईं मेरी हाइट और फेस की वजह से मुझे ऑफर्स मॉडलिंग के आने लगे. तो वो एकदम से हुआ मुझे पता भी नहीं चला. ऐसा हुआ कि एक दिन मेरी आंखें खुलीं और मुझे सिद्धार्थ शुक्ला के साथ लीड रोल में मेरा पहला शो मिल गया. साल था 2011. मेरे लिए वो लक बाय चांस था. मैं हमेशा से ही ब्लेस्ड रही.
परिवार ने एक्टिंग फील्ड में आने के लिए कितना सपोर्ट किया? रही बात परिवार की तो उन्होंने कभी मुझे किसी भी चीज के लिए रोका नहीं. मैं ज्वॉइंट फैमिली से आती हूं और वहां मुझे कोई प्यार नहीं करता था, क्योंकि मैं एक लड़की पैदा हुई थी. मैं झूठ नहीं बोलूंगी इसमें. मैं ये नहीं कहूंगी कि मेरे परिवार ने मुझे पुश किया कि मैं इस इंडस्ट्री का हिस्सा बनूं. अच्छा काम करूं. उन्होंने नहीं किया. वो जानते थे कि हम इस ग्लैमर वर्ल्ड का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन कहीं न कहीं अगर मैं इस इंडस्ट्री में फेल होती तो मुझे ये पता था कि मैं अपने परिवार के पास वापस जा सकती हूं. परिवार मेरी बैकबोन रही, उनसे मुझे स्ट्रेन्थ मिली. मैंने अपना नाम बनाया, अच्छा काम किया, रोल्स किए. परिवार रहा हमेशा उन्होंने ये भी कहा कि जो मन है करो और अगर नहीं मन है तो मत करो. परिवार से सपोर्ट दिखाया मुझे हर तरह से दिखाया तो इस डिपार्टमेंट में मैं ब्लेस्ड रही.
मैंने जब परिवार से अपने पहले शो के बारे में बात की जो एक रियलिटी शो था तो उन्होंने मुझे इसमें सपोर्ट दिखाया, ये जानते हुए कि शो में गाली-गलौज होती है, कॉन्टेंट काफी बोल्ड रहता है. उन्होंने मुझे शो करने से मना ही नहीं किया.













