हमास ने बंधकों की रिहाई पर लगाया ब्रेक, इजरायल के सामने रखी ये शर्त
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हमास ने कहा कि हमने बंधकों की दूसरी खेप की रिहाई में तब तक देरी करने का फैसला किया है, जब तक इजरायल उत्तरी गाजा पट्टी में सहायता ट्रकों की शुरुआत नहीं करता है. साथ ही कहा कि इजरायल ने सहमति के अनुसार फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के संबंध में अपना वादा पूरा नहीं किया है.
गाजा में 4 दिवसीय युद्धविराम के बदले 25 बंधकों को रिहा करने के बाद हमास ने इजरायली बंधकों के दूसरे बैच की रिहाई पर ब्रेक लगा दिया है. हमास का कहना है कि जब तक इजरायल उत्तरी गाजा पट्टी के लिए सहायता से संबंधित समझौते की शर्तों का पालन नहीं करता है, तब तक बंधकों की रिहाई नहीं होगी. इसके साथ ही हमास ने इजरायल पर कैदियों को रिहा करने के लिए तय मानकों का पालन न करने का आरोप लगाया है.
हमास ने कहा कि हमने बंधकों की दूसरी खेप की रिहाई में तब तक देरी करने का फैसला किया है, जब तक इजरायल उत्तरी गाजा पट्टी में सहायता ट्रकों की शुरुआत नहीं करता है. साथ ही कहा कि इजरायल ने सहमति के अनुसार फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के संबंध में अपना वादा पूरा नहीं किया है. वहीं, इजरायल सरकार ने हमास को भेजे जवाब में कहा है कि अगर उसने आधी रात तक बंधकों के दूसरे जत्थे को रिहा नहीं किया, तो इसराइली रक्षा बल गाजा पट्टी में जमीनी कार्रवाई फिर से शुरू कर देंगे.
हमास ने सीजफायर शर्तों के तहत 25 बंधकों को रिहा किया था. जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. बंधकों को पहले हमास रेड क्रॉस को सौंपा गया. फिर रेड क्रॉस ने उन्हें राफा सीमा पार पर इजरायली सेना को सौंप दिया. आरंभिक जांच के बाद बंधकों को 6 इज़राइली अस्पतालों में ले जाया जाएगा. इसकी जानकारी उनके परिजनों के दी जाएगी ताकि वे अपने परिजनों से उन अस्पतालों में जाकर मिल सकें. फिलहाल, बंधकों और उनके परिवारों से मीडिया को दूर रखा जाएगा. इस प्रक्रिया के लिए इजरायली सेना ने पहले से प्रोटोकॉल तय किया था.
इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिहा किए गए बंदियों के इलाज के लिए सख्त प्रोटोकॉल बनाए हैं. घर वापस भेजे जाने से पहले उन्हें 48 घंटे तक निगरानी में रखा जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बात पर कोई अनुमान नहीं लगाया कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध कब तक चलेगा. हालांकि, उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने की वास्तविक संभावना है, और यह गाजा के लिए अधिक सहायता प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. बाइडन ने कहा कि गाजा पर शासन करने वाले समूह हमास को खत्म करने का इजरायल का लक्ष्य वैध लेकिन कठिन था. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि इसमें कितना समय लगेगा.'