
शाहरुख की फिल्म में इंफ्लुएंसर ने किया काम, ऐसा रहा एक्सपीरियंस, बदल लिया करियर
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फिल्म 'कल हो ना हो' पर काम करने वाली पूर्व सेट डिजाइनर और इन्फ्लुएंसर ऐश कैंटली ने अपने अनुभवों को शेयर किया. उन्होंने बताया कि इस फिल्म पर काम करना उनके लिए कितना कठिन और निराशाजनक था. उन्होंने जेंडर पे गैप का भी खुलासा किया, जहां पुरुष क्रू मेंबर्स को महिलाओं से ज्यादा सैलरी मिलती थी.
शाहरुख खान की फिल्म 'कल हो ना हो' अपनी रिलीज के दो दशक बाद भी बॉलीवुड की एक क्लासिक बनी हुई है. ये एक ऐसी फिल्म है जो अपनी भावुक कहानी और शाहरुख खान, प्रीति जिंटा और सैफ अली खान की बढ़िया परफॉरमेंस से दिलों को छूती रहती है. लेकिन पर्दे के पीछे एक शख्स के लिए इस फिल्म पर काम करना जादुई अनुभव से कोसों दूर था.
इंफ्लुएंसर ने सुनाई आपबीती
अमेरिका स्थित एक इन्फ्लुएंसर और पूर्व सेट डिजाइनर, ऐश कैंटली (Ash Cantley) ने हाल ही में खुलासा किया कि 'कल हो ना हो' पर काम करने का उनका एक्सपीरिएंस इतना खराब था कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री ही छोड़ दी. अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किए वीडियो में ऐश ने अपने सेट डिजाइन करियर के शुरुआती दिनों को याद किया और 'कल हो ना हो पर' काम को अपनी जिंदगी की 'सबसे बुरी नौकरी' बताया.
उन्होंने कहा, 'मैंने फिल्म कल हो ना हो फिल्म में काम किया था. ये इतना बुरा था कि मैंने करियर ही बदल लिया. उस फिल्म में मेरा अनुभव इतना खराब था कि मैंने शायद इसे दिमाग से निकाल दिया था. सबसे पहली बात तो मुझे फिल्म में काम करने के लिए एक दिन के 75 डॉलर (लगभग 6000 रुपये) मिलते थे. मैं बात कर रही हूं 12 से 17 घंटे की शिफ्ट्स की. मैं सेट डिजाइनर थी यानी अपना ज्यादातर समय इस डाइनर (कैफे) को इंच-दर-इंच फिर से डिजाइन करने में बिताया.'
इन्फ्लुएंसर ने फिल्म पर काम करते हुए जेंडर पे गैप का भी जिक्र किया. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पुरुष क्रू मेंबर्स को महिला के बराबर काम के लिए काफी ज्यादा पैसे मिलते थे. उन्होंने कहा, 'सेट पर पुरुषों को 125 डॉलर (लगभग 11,000 रुपये) प्रति दिन मिलते थे. साथ ही ऐश ने बताया कि जिस डाइनर पर उन्होंने काम किया वो 'वीरान और गंदगी से भरा' था. उन्होंने परिस्थितियों को 'भयानक' बताया और इसपर काम करने के अनुभव को 'अब तक की सबसे बुरी जॉब' कहा.
ऐश ने ये भी बताया कि फिल्म के निर्देशक निखिल आडवाणी ने प्रोजेक्ट को उनके सामने 'अमेरिकी फिल्मों का टाइटैनिक' बताया था. उन्होंने ऑफर स्वीकार किया, क्योंकि वो यंग थीं और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में घुसने को बेताब थीं. ऐश कैंटली ने कहा, मैं यंग, बेवकूफ और अनुभव पाने को बेताब थी.'

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