'मेडे मेडे मेडे पाकिस्तान 8303...', पायलट के ऐसा बोलते ही हो गया प्लेन क्रैश, जिंदा जले 97 लोग
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आज बात करेंगे पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स की फ्लाइट 8303 के भीषण हादसे की. जिसमें पायलट की लापरवाही से 97 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस हादसे में सिर्फ दो ही लोग बच पाए थे. बाकी सभी लोग फ्लाइट क्रैश होने के बाद उसमें लगी आग में जिंदा ही जल गए. आखिर कब और कैसे यह हादसा हुआ चलिए जानते हैं विस्तार से...
तारीख 22 मई 2020... जगह पाकिस्तान का कराची शहर... पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) का 8303 विमान दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर लाहौर के अलामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाला था. फ्लाइट में 91 पैसेंजर समेत 8 क्रू मेंबर्स सवार थे.
इस विमान को कैप्टन सज्जाद गुल और फर्स्ट ऑफिसर उस्मान आजम उड़ाने वाले थे. यह एक डोमेस्टिक फ्लाइट थी. यह प्लेन करीब 16 साल पुराना था. 2004 में इस विमान ने अपनी पहली उड़ान भरी थी. तब से लेकर 2014 तक इसे चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने इस्तेमाल किया था. फिर इस विमान को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को सौंपा गया था.
इस प्लेन का मेंटेनेंस दो महीने पहले यानि 21 मार्च 2020 को किया गया था. प्लेन बिल्कुल सही था. उसमें कोई तकनीकी खराबी नहीं थी. 22 मार्च 2020 से लेकर 7 मई 2020 तक कोविड महामारी के चलते सभी फ्लाइट्स को लगभग ग्राउंडेड ही रखा गया था. 7 मई से लेकर 22 मई तक इस प्लेन ने सिर्फ 6 बार ही उड़ान भरी थी.
सिविल एविएशन अथॉरिटी ने इस विमान को 5 नवंबर 2020 तक उड़ान भरने के लिए फिट घोषित किया था. इस प्लेन ने अब तक 47 हजार से भी ज्यादा फ्लाइट आवर्स पूरे किए थे. क्या हुआ था इस प्लेन के साथ 22 मई को चलिए जानते हैं...
22 मई 2020 को PIA 8303 फ्लाइट ने अपने निर्धारित समय दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर लाहौर के अलामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. करीब डेढ़ घंटे का सफर तय करके यह फ्लाइट दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कराची में लैंडिंग की तैयारी करने लगा.
जरूरत से ज्यादा ऊंचाई पर था विमान यह प्लेन 10,000 फीट की ऊंचाई पर था. जबकि, इसे 7 हजार फीट की ऊंचाई पर होना चाहिए था. इसलिए तुरंत ATC ने कैप्टन से संपर्क किया. कहा कि आपका प्लेन ग्लाइड स्लोप से 3000 हजार फीट ज्यादा ऊपर से फ्लाई कर रहा है. इसलिए आप रूल्स को फॉलो करें. लेकिन पायलट ने उन्हें कहा कि प्लेन उनके कंट्रोल में है. वे सेफ लैंडिंग करवा देंगे. इसकी आप चिंता न करें.

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