महाराष्ट्र में BJP को मजबूत करने वाला मुंडे परिवार पार्टी से आखिर क्यों नाराज?
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गोपीनाथ मुंडे का एक सड़क हादसे में 2014 में निधन हो गया था. महाराष्ट्र में पार्टी को खड़ा करने में उनका बड़ा योगदान बीजेपी खुद मानती है. गोपीनाथ मुंडे की विरासत को उनकी दोनों बेटियों पंकजा और प्रीतम ने संभाला लेकिन इसमें पंकजा सबसे आगे नेतृत्व देती रहीं. पंकजा को एक समय सीएम मटेरियल भी कहा जाने लगा था, लेकिन 2014 में बीजेपी की सूबे में सरकार बनी तो देवेंद्र फडणवीस को आगे बढ़ाया गया.
महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी एक बार फिर से 'माधव' यानी ओबीसी वर्ग- माली, धनगर, वंजारी समुदाय की संयुक्त ताकत को साधने की कवायद में है. अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्यानगर करने का फैसला उसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, लेकिन गोपीनाथ मुंडे परिवार की दोनों बहनों के सियासी तेवर बीजेपी के लिए सिरदर्द बन सकते हैं. पार्टी सांसद प्रीतम मुंडे महिला पहलवानों के समर्थन में उतर गई हैं, तो पंकजा मुंडे ने कहा है- 'मैं भाजपा की हूं, लेकिन भाजपा मेरी थोड़ी ही है. अगर कुछ नहीं मिला तो खेत में गन्ना काटने चली जाऊंगी.' ऐसे में सवाल उठता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी को ओबीसी के करीब लाने वाले गोपीनाथ मुंडे की दोनों बेटियां क्यों नाराज हैं?
भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पहलवान एक महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. महिला पहलवान उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं. प्रीतम मुंडे ने पार्टी की धारा के विपरीत बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ बयान दिया. प्रीतम ने कहा, भले ही मैं इस सरकार का हिस्सा हूं, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि जिस तरह से पहलवानों के साथ संवाद करना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ. मेरा मानना है कि अगर इस स्तर के आंदोलन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है तो यह उचित नहीं है.
पार्टी लाइन से अलग दोनों बहनों का रुख
प्रीतम मुंडे ने पहलवानों के विरोध पर पार्टी के रुख से अलग लाइन अख्तियार की है, तो उनकी बहन पंकजा मुंडे के सियासी मिजाज पार्टी से अलग दिख रहे हैं. अहिल्यादेवी की जयंती के मौके पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने एक कार्यक्रम में कहा, मैं किसी चीज से नहीं डरती. डरना हमारे खून में नहीं है. अगर कुछ नहीं मिला तो मैं खेत में गन्ना काटने जाऊंगी. मुझे किसी चीज का स्वार्थ, आशा और इच्छा नहीं है. मैं बीजेपी की हूं लेकिन बीजेपी मेरी थोड़ी है. बीजेपी एक बड़ी पार्टी है. मैं बीजेपी की हो सकती हूं, लेकिन बीजेपी मेरी नहीं हो सकती है.
पंकजा ने ये बातें राष्ट्रीय समाज पक्ष के नेता और पूर्व मंत्री महादेव जानकर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कही हैं. पंकजा मुंडे ने कहा, महादेव जानकर को मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे ने अपना बेटा माना था. इस पर महादेव जानकर ने भी पंकजा मुंडे को अपनी बहन बताया. महादेव जानकर ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, हमारी बहन पंकजा मुंडे की पार्टी बीजेपी से समाज का भला नहीं होगा. मेरी बहन मुख्यमंत्री बनेंगी, लेकिन समाज का भला नहीं होगा, क्योंकि रिमोट कंट्रोल दूसरों के हाथ में रहेगा.
बीजेपी की ओबीसी राजनीति पर असर
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