पुतिन की घेराबंदी...यूक्रेन को आश्वासन, G7 के बयान से निकले बड़े संदेश
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रूस और यूक्रेन के बीच में जारी युद्ध को देखते हुए जी 7 देशों ने एक बार फिर राष्ट्रपति जेलेंस्की की पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है. जोर देकर कहा गया है कि पुतिन द्वारा वॉर क्राइम किया जा रहा है और उनकी जवाबदेही को तय किया जाएगा.
रूस और यूक्रेन के बीच में जारी युद्ध अब विस्फोटक रूप ले चुका है. कई महीनों से चल रहे इस युद्ध में फिर दबदबा बनाने के लिए रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले किए हैं. इन हमलों में कई मासूम लोगों की भी जान चली गई है. अब रूस के इस आक्रमक रवैये ने जी 7 के देशों को नाराज कर दिया है. उनकी तरफ से एक बार फिर यूक्रेन की पूरी मदद करने की बात कही गई है. जोर देकर कहा गया है कि रूस की जवाबदेही तय की जाएगी.
जी 7 ने रूस के किस फैसले को खारिज किया?
जी 7 ने एक जारी बयान में कहा है कि यूक्रेन पर हो रहे हमलों की हम कठोर शब्दों में निंदा करते हैं. मासूम लोगों की जो जान गई है, उसे किसी भी कीमत पर जायज नहीं ठहराया जा सकता है. ये एक वॉर क्राइम है, हम पुतिन को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं, उनकी जवाबदेही तय की जाएगी. जी 7 देशों ने रूस के उस फैसले को भी खारिज कर दिया है जहां पर पुतिन ने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन को अपने देश में शामिल करने का ऐलान किया था. साफ कर दिया गया है कि इस तरह के किसी भी कब्जे को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय कानूनों का हवाला देकर जी 7 ने रूस को आईना दिखाने का भी काम किया है. बताया गया है कि रूस किसी भी कीमत पर अपने मन मुताबिक यूक्रेन के बॉर्डर नहीं बदल सकता है. उसकी तरफ से यूएन चार्टर में लिखे गए हर नियम को तोड़ा जा रहा है. उसे तुरंत अपनी सेना को पीछे लेने का ऐलान करना होगा, यूक्रेन में जारी हमलों पर रोक लगानी होगी. सोमवार को हुई जी 7 देशों की बैठक में रूस की उस धमकी पर भी मंथन हुआ जहां लगातार परमाणु हमले की चेतावनी दी जा रही है. व्लादिमीर पुतिन पहले ही कह चुके हैं कि वे अपने देश की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे.
यूक्रेन की क्या मदद करेगा जी 7?
अब जी 7 ने भी अपने विचार स्पष्ट करते हुए कहा है कि अगर रूस द्वारा ऐसा कोई भी विनाशकारी कदम उठाया जाता है तो उसे भी गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहना पड़ेगा. वहीं जी 7 ने अपने बयान में बेलारूस को भी चेतावनी दी है कि वो अपनी धरती को रूसी सेना द्वारा इस्तेमाल ना होने दे. उसकी तरफ से रूस को मदद ना पहुंचाई जाए. बयान में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि जी 7 देशों द्वारा यूक्रेन को हर संभव मदद लगातार दी जाएगी, फिर चाहे वो आर्थिक हो, मिलिट्री हो या फिर राजनीतिक. वैसे इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी जेलेंस्की से फोन पर बात कर आश्वासन दिया है कि आगे भी यूक्रेन की हर संभव मदद लगातार की जाएगी.