पाकिस्तान तेजी से बना रहा परमाणु हथियार, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने किए कई बड़े दावे
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न्यूक्लियर नोटबुक पर फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स न्यूक्लियर इंफॉर्मेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर हंस एम क्रिस्टेंसन, वरिष्ठ शोध साथी मैट कोर्डा और शोध सहयोगी एलियाना जॉन्स के कर्मचारियों द्वारा ये रिसर्च की गई है. इसमें वैज्ञानिकों ने कहा, "हमारा अनुमान काफी अनिश्चितता के साथ आता है क्योंकि न तो पाकिस्तान और न ही अन्य देश पाकिस्तानी परमाणु शस्त्रागार के बारे में अधिक जानकारी प्रकाशित करते हैं."
शीर्ष अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पाकिस्तान के पास लगभग 170 परमाणु हथियारों का भंडार है. आंकड़ा 2025 तक बढ़कर लगभग 200 पहुंच सकता है. 11 सितंबर को बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम में वैज्ञानिकों ने कहा है कि हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब लगभग 170 हथियारों का परमाणु हथियार भंडार है. अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने 1999 में अनुमान लगाया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60 से 80 हथियार होंगे, लेकिन तब से कई नए हथियार प्रणालियों को तैनात और विकसित किया गया है, जो आगे बढ़तने का अनुमान है.
न्यूक्लियर नोटबुक पर फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स न्यूक्लियर इंफॉर्मेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर हंस एम क्रिस्टेंसन, वरिष्ठ शोध साथी मैट कोर्डा और शोध सहयोगी एलियाना जॉन्स के कर्मचारियों द्वारा ये रिसर्च की गई है. इसमें वैज्ञानिकों ने कहा, "हमारा अनुमान काफी अनिश्चितता के साथ आता है क्योंकि न तो पाकिस्तान और न ही अन्य देश पाकिस्तानी परमाणु शस्त्रागार के बारे में अधिक जानकारी प्रकाशित करते हैं."
पाकिस्तान के भीतर से आने वाले विश्वसनीय डेटा की अनुपस्थिति को देखते हुए, न्यूक्लियर नोटबुक ने अपने अनुमान पर पहुंचने और विश्लेषण करने के लिए ओपन-सोर्स सामग्रियों के संयोजन का उपयोग किया. उनके स्रोतों में राज्य-उत्पन्न डेटा (जैसे सरकारी बयान, अवर्गीकृत दस्तावेज़, बजटीय जानकारी, सैन्य परेड और संधि प्रकटीकरण डेटा) और गैर-राज्य-उत्पन्न डेटा (जैसे मीडिया रिपोर्ट, थिंक टैंक विश्लेषण और उद्योग प्रकाशन) शामिल हैं. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने बड़े पैमाने पर कमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी का भी उपयोग किया.
न्यूक्लियर नोटबुक में कहा गया है कि विकास में कई नई वितरण प्रणालियों, चार प्लूटोनियम उत्पादन रिएक्टरों और विस्तारित यूरेनियम संवर्धन बुनियादी ढांचे के साथ, पाकिस्तान के भंडार में अगले कई वर्षों में और वृद्धि होने की संभावना है. इस अनुमानित वृद्धि का आकार कई कारकों पर निर्भर करेगा, जिसमें पाकिस्तान कितने परमाणु-सक्षम लॉन्चर तैनात करने की योजना बना रहा है, इसकी परमाणु रणनीति कैसे विकसित होती है और भारतीय परमाणु शस्त्रागार कितना बढ़ता है. हमारा अनुमान है कि देश का भंडार संभावित रूप से बढ़ सकता है वर्तमान विकास दर पर, 2020 के अंत तक लगभग 200 हथियार होंगे.
उन्होंने कहा कि अगर भारत ने अपने परमाणु हथियारों के जखीरे में बढ़ोतरी नहीं की तो संभव है कि पाकिस्तान भी मौजूदा गति के साथ बढ़ोतरी नहीं करेगा. इसी के साथ इसमें बढ़ोतरी की संभावना भी कम ही रहेगी. हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान वर्तमान में प्रति वर्ष 14 से 27 नए हथियार बनाने के लिए पर्याप्त विखंडनीय सामग्री का उत्पादन कर रहा है, हालांकि हमारा अनुमान है कि भंडार में वास्तविक हथियार वृद्धि संभवतः प्रति वर्ष औसतन 5 से 10 हथियार है."

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