
न 'पटियाला पेग' सॉन्ग गाएं, न बच्चों को स्टेज पर बुलाएं... दिलजीत के कॉन्सर्ट पर तेलंगाना सरकार का फरमान
AajTak
मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ फिर से चर्चा में हैं. उनके लाइव शोज और उसे लेकर जारी कंट्रोवर्सीज को देखते हुए तेलंगाना सरकार अलर्ट पर है. सिंगर का 15 नवंबर को हैदराबाद में कॉन्सर्ट होना है. इसे लेकर तेलंगाना सरकार की तरफ से इवेंट के ऑर्गनाइजर्स को नोटिस भेजा गया है.
मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ फिर से चर्चा में हैं. उनके लाइव शोज और उसे लेकर जारी कंट्रोवर्सीज को देखते हुए तेलंगाना सरकार अलर्ट पर है. सिंगर का 15 नवंबर को हैदराबाद में कॉन्सर्ट होना है. इसे लेकर तेलंगाना सरकार की तरफ से इवेंट के ऑर्गनाइजर्स को नोटिस भेजा गया है.
दिलजीत को भेजा गया नोटिस
नोटिस के अनुसार, स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बच्चों को स्टेज पर ले जाने से रोकने को कहा गया है. ताकि उन्हें हाई साउंड लेवल से बचाया जा सके जो WHO की गाइडलाइंस से आदेशानुसार बच्चों के लिए सेफ नहीं है. इन निर्देशों का मकसद बच्चों के लाइव शो के दौरान लाउड म्यूजिक और फ्लैश लाइट से बचाना है. इसके अलावा, दिलजीत को स्टेज पर ऐसे गानों को गाने की मनाही है जो शराब, ड्रग्स, वायलेंस को प्रमोट करते हैं.
WHO की गाइडलाइंस के अनुसार, एडल्ट को 140 डीबी से ज्यादा साउंड प्रेशर के कॉन्टैक्ट में नहीं आना चाहिए. वहीं बच्चों के लिए ये लेवल 120 डीबी तक कम हो जाता है. इसलिए बच्चों को लाइव शो के दौरान मंच पर नहीं ले जाना चाहिए क्योंकि स्टेज पर साउंड लेवल 120 डीबी से ज्यादा होता है. नोटिस में दिलजीत के पुराने कॉन्सर्ट के वीडियोज का सबूत पेश किया है जहां शराब, ड्रग्स को प्रमोट करते हुए गाने गाए गए. जैसे पटियाला पैग, पंज तारा... दिलजीत ने दिल्ली के जवाहरलाल स्टेडियम में हुए दिल-लुमनाती कंसर्ट में गाया हुआ है.
दिल्ली के स्टेडियम में फैलाई थी गंदगी
पिछले कई महीनों से दिलजीत के कॉन्सर्ट को लेकर विवाद गरमाया हुआ है. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26-27 अक्टूबर को दिलजीत का लाइव शो हुआ था. लेकिन इवेंट खत्म होने के बाद स्टेडियम में फैली गंदगी ने सबके होश उड़ाए थे. वहां कूड़े का ढेर लगा था. शराब-पानी की बोतलें इधर-उधर फेंकी हुई थीं. रनिंग ट्रैक पर सड़ा हुआ खाना पड़ा मिला था, कुर्सियां टूटी दिखी थीं. गंदगी की वजह से खिलाड़ियों को अपनी प्रैक्टिस छोड़नी पड़ी थी.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










