
द्वितीय विश्व युद्ध की 80वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति ट्रंप का बड़ा ऐलान, 8 मई को घोषित किया 'विजय दिवस'
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 8 मई को विजय दिवस के रूप में घोषित किया है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका की विजय की 80वीं वर्षगांठ पर मनाया जाएगा. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इसे उचित रूप से मनाने का वक्त आ गया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को आधिकारिक रूप से 8 मई को विजय दिवस के रूप में घोषित किया, जिसे अमेरिका की द्वितीय विश्व युद्ध में विजय की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर मनाया जाएगा. इस मौके पर, ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के विश्व युद्ध 2 के समाप्ति पर सभी सहयोगी इस विजय सप्ताह को मना रहे हैं.
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका ने खुद कभी इस विजय का उचित रूप से जश्न नहीं मनाया है, जबकि इस जीत में उनका बड़ा योगदान था. उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका ने इस युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी और यह हमारी विजय ही थी जिसने युद्ध को समाप्त किया. उन्होंने इसे उन सैनिकों के लिए भी अनुचित बताया जिन्होंने अपनी जान की कुर्बानी दी.
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युद्ध के बाद ध्वस्त हो चुके देशों को पुनर्निर्माण की मदद
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "यह उन लोगों के लिए एक बड़ा अपमान है, जिन्होंने इस जीत के लिए अथक मेहनत की." उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अमेरिका ने न सिर्फ युद्ध जीता, बल्कि युद्ध के बाद ध्वस्त हो चुके देशों को पुनर्निर्माण में मदद भी की. ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका उन साहसी अमेरिकी नागरिकों का सम्मान करेगा जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में सेवा दी.
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आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

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कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






