
चरमराई PAK की हालत... महंगाई सोच से परे, अब US से आई पाकिस्तान पर ये बुरी खबर!
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मूडीज ने कहा कि लंबे समय तक संघर्ष के कारण डिफेंस खर्च में इजाफा हो सकता है और राजकोष में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन नजरिया स्थिर बना हुआ है. मजबूत पब्लिक सेक्टर निवेश और खपत भारत के डेवलप को सपोर्ट देना जारी रखे हुए हैं.
पाकिस्तान की इकोनॉमी हालत चरमराई (Pakistan Economy Crisis) हुई है और महंगाई दर (Pakistan Inflation) 30 फीसदी के करीब पहुंच चुका है. पाकिस्तान भारी कर्ज तले (Debt on Pakistan) दबा हुआ है, जिसपर 21.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. इसकी इकोनॉमी ग्रोथ 2 फीसदी का रहने का अनुमान है, लेकिन वॉर की आशंका से ये और भी कम हो जाएगा. वहीं भारत के सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने के बाद यह और भी गिर सकता है. यानी कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था रसातल की ओर जा रही है. ऐसे में अमेरिकी रेटिंग एजेंसी की तरफ से पाकिस्तान के लिए बुरी खबर आई है.
दरअसल, पाकिस्तान के साथ बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज का कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था (India Economy) में बड़ी रुकावट की संभावना नहीं है, लेकिन पाकिस्तान की हालत खराब होने वाली है. अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सीमित इकोनॉमिक रिस्क के साथ-साथ मजबूत घरेलू बुनियादी ढांचे की बदौलत व्यापक आर्थिक स्थिरता बरकरार है, लेकिन अगर वॉर होता है तो यह झेल नहीं पाएगा.
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी की ओर से पाकिस्तान को लेकर यह खबर ऐसे वक्त में आई है, जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव (India-Pakistan Tension) बना हुआ है. मूडीज ने कहा कि लंबे समय तक संघर्ष के कारण डिफेंस खर्च में इजाफा हो सकता है और राजकोष में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन नजरिया स्थिर बना हुआ है. मजबूत पब्लिक सेक्टर निवेश और खपत भारत के डेवलप को सपोर्ट देना जारी रखे हुए हैं.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर होगा बुरा असर इसके विपरीत, मूडीज ने कहा कि पाकिस्तान के लिए ये कहीं ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है. मूडीज ने कहा कि भारत के साथ तनाव में लगातार वृद्धि से पाकिस्तान की विकास पर असर (Pakistan Growth) पड़ेगा और सरकार के चालू राजकोषीय समेकन में बाधा आएगी, जिससे पाकिस्तान की व्यापक आर्थिक स्थिरता हासिल करने की प्रगति प्रभावित होगी.
रेटिंग एजेंसी के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा कि तुलनात्मक रूप से, भारत में ज्यादा आर्थिक स्थितिया स्थिर रहेंगी, जो मजबूत सार्वजनिक निवेश और हेल्थ प्राइवेट कंज्यूमर के बीच धीमी, लेकिन अभी भी हाई लेवल की ग्रोथ से मजबूत होंगी.
भारत को नहीं होगी कोई दिक्कत वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था (India GDP Growth) में 6.5% की वृद्धि होने का अनुमान है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.4% पर सीमित रखने का लक्ष्य रखा है. इसका लक्ष्य वित्त वर्ष 25 में अपने कर्ज-से-जीडीपी अनुपात को 57.1% से घटाकर वित्त वर्ष 31 तक 50% करना है. मूडीज ने वर्तमान में भारत को स्थिर नजरिए के साथ Baa3 रेटिंग दी है, जबकि पाकिस्तान Caa2 रेटिंग के साथ बहुत ही खराब स्थिति में बना हुआ है, अगर उसका नजरिए सकारात्मक है.













