
अंधेरे में पाकिस्तान, 12-12 घंटे तक होने लगी बिजली कटौती... हो न जाए श्रीलंका वाला हाल?
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करीब एक दशक पहले पाकिस्तान ने एनर्जी को लेकर नई लॉन्ग टर्म पॉलिसी अपनाई थी. नई पॉलिसी के तहत इटली और कतर की कंपनियों को एलएनजी सप्लाई (LNG Supply) करने का लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. अब ये कंपनियां पाकिस्तान को मिलने वाली एलएनजी कहीं और खपाकर ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से जारी लड़ाई (Russia-Ukraine War) का असर दुनिया भर में दिख रहा है. यूरोप ने यूक्रेन पर हमले के कारण रूस से गैस (Russian Gas) की खरीद लगातार कम की है. इस कारण एलएनजी की ग्लोबल कीमतें (LNG Global Prices) आसमान पर पहुंच गई हैं. इसका खामियाजा मुश्किलों से गुजर रहे पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan Crisis) को भुगतना पड़ रहा है. आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान को कई शहरों में 12-12 घंटे से ज्यादा की बिजली कटौती (Pakistan Blackout) करने पर मजबूर होना पड़ रहा है.
भारी पड़ रही दशक पुरानी गलती
दरअसल पाकिस्तान ने करीब एक दशक पहले एनर्जी को लेकर नई लॉन्ग टर्म पॉलिसी अपनाई थी. नई पॉलिसी के तहत पाकिस्तान ने एलएनजी में भारी निवेश किया था. इटली और कतर की कंपनियों को एलएनजी सप्लाई (LNG Supply) करने का लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. अभी चूंकि ग्लोबल मार्केट में एलएनजी की कीमतें बढ़ी हुई हैं, ये कंपनियां पाकिस्तान को मिलने वाली एलएनजी कहीं और खपाकर ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं. दूसरी ओर पाकिस्तान के पावर प्लांट (Power Plant) से लेकर फर्टिलाइजर प्लांट (Fertilizer Plant) तक एलएनजी की शॉर्टेज का सामना कर रहे हैं.
हीटवेव के बीच कट रही बिजली
पाकिस्तान में अभी ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि पिछले महीने ईद (Eid) के दौरान बिजली की आपूर्ति बनाए रखने के लिए उसे स्पॉट मार्केट (Spot Market) से करीब 100 मिलियन डॉलर देकर सिर्फ एक एलएनजी शिपमेंट (LNG Shipment) को खरीदना पड़ा था. पाकिस्तान ने एक शिपमेंट के लिए रिकॉर्ड पेमेंट ऐसे समय किया था, जब वह विदेशी मुद्रा भंडार में ऐतिहासिक गिरावट से जूझ रहा है. पाकिस्तान खूब प्रयास करने के बाद भी एलएनजी का प्रबंध नहीं कर पा रहा है. इसके कारण पावर प्लांट ठप पड़ गए हैं और पाकिस्तान को प्लान करके 12-12 घंटे से ज्यादा बिजली की कटौती करने की जरूरत पड़ गई है. बिजली में यह कटौती ऐसे समय हो रही है, जब पाकिस्तान के कई हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं.
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