
US vs China: अमेरिका से पंगा लेना चीन को पड़ा महंगा, करोड़ों लोग हो सकते हैं बेरोजगार!
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Goldman Sachs के विश्लेषकों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तहत चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि के कारण चीन में 16 मिलियन नौकरियां (1.6Cr Jobs) खत्म हो सकती हैं.
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर (US-China Tariff War) के कारण दोनों देशों पर महंगाई की मार तो पड़ने की आशंका जताई ही गई है, लेकिन अब चीन के लिए एक और बुरी खबर आई है. अमेरिकी कंपनियां चीन को छोड़कर दूसरे देश में जाने पर विचार कर रही हैं, जिससे चीन में बेरोजगारी बढ़ने की आशंका बढ़ गई है. इसी बीच, गोल्डमैन सैक्स ने भी एक अनुमान लगाया है, जिसके मुताबिक चीन में करोड़ों लोगों की नौकारी पर खतरा मंड़रा रहा है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, Goldman Sachs के विश्लेषकों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तहत चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि के कारण चीन में 16 मिलियन नौकरियां (1.6Cr Jobs), खासकर खुदरा और थोक के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से खतरे में पड़ सकती है.
हाई टैरिफ से दबाव में रहेगा श्रम बाजार गोल्डमैन सैक्स ने 27 अप्रैल को जारी एक रिपोर्ट में कहा, 'अगर अमेरिका-चीन के बीच हाई टैरिफ जारी रहे और चीनी एक्सपोर्ट में तेजी से गिरावट आई, तो श्रम बाजार निश्चित रूप से दबाव महसूस करेंगे.' अमेरिकी बैंक ने यह भी कहा कि खतरे में पड़ी नौकरियों में से लगभग एक-चौथाई थोक और खुदरा व्यवसायों से जुड़ी हैं. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि कम्युनिकेशन इक्युप्मेंट, टेक्सटाइल और केमिकल प्रोडक्ट्स अमेरिकी बाजार पर अत्यधिक निर्भरता के कारण सबसे कमजोर निर्यातक सेक्टर्स हैं, जिस कारण इन सेक्टर्स में ज्यादा असर दिखाई दे सकता है.
चीन पर ट्रंप का टैरिफ वॉर व्यापार घाटे को कम करने और अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को पुनर्जीवित करने के लिए एक आक्रामक कदम उठाते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीनी आयात पर टैरिफ को 145 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जिससे प्रभावी दर लगभग 156 प्रतिशत हो गया है. जबकि व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक डॉक्यूमेंट के अनुसार, कुछ चीनी उत्पादों पर अब 245 प्रतिशत तक का टैरिफ लगा है. जवाबी कार्रवाई में, बीजिंग ने अमेरिकी आयातों पर 125 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है, जो ग्लोबल चेन को हिला देने वाले ट्रेड वॉर में पहले से लगाए गए शुल्कों में इजाफा करता है.
चीन के इन जगहों को सबसे ज्यादा नुकसान गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने कहा कि अमेरिका ने कम वैल्यू वाले शिपमेंट के लिए टैरिफ छूट भी समाप्त कर दी है, जिससे चीन के खुदरा और थोक रोजगार पर सीधा असर पड़ रहा है. वहीं एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चेतावनी दी है कि चीन के प्रमुख तटीय प्रांतों, जिनमें ग्वांगडोंग, जियांगसू, शेडोंग, झेजियांग और शंघाई को सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है. यह चीन की GDP में 40% का योगदान देते हैं.













